नई दिल्ली । चीन ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान की ओर से की मांग का समर्थन करते हुए निष्पक्ष जांच की वकालत की है। लगातार पाकिस्तान की ओर से भी इसे लेकर दलील पेश की जा रही है। वह डिमांड कर रहा है कि इसकी जांच भारत-पाक नहीं बल्कि तीसरे पक्ष के तौर पर अंतरराष्ट्रीय समिति करे। 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 निहत्थे लोगों की हत्या कर दी गई थी।
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार से रविवार को फोन पर बात कर समर्थन दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन, कश्मीर क्षेत्र में आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और निष्पक्ष जांच की शीघ्र शुरुआत का समर्थन करता है। वह उम्मीद करता है कि दोनों पक्ष संयम बरतेंगे, एक-दूसरे की ओर बढ़ेंगे और तनाव कम करने के लिए काम करेंगे।
वांग ने कहा कि आतंकवाद से लड़ना सभी देशों की साझा जिम्मेदारी है और चीन लगातार पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई का समर्थन करता है।
उन्होंने कहा कि एक मजबूत दोस्त और हर मौसम में रणनीतिक सहयोगी साझेदार के तौर पर चीन पाकिस्तान की वैध सुरक्षा चिंताओं को पूरी तरह समझता है और उसकी संप्रभुता और सुरक्षा हितों को बनाए रखने के उसके प्रयासों का समर्थन करता है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी बताया कि इशाक डार ने वांग यी को वर्तमान क्षेत्रीय स्थिति के बारे में जानकारी दी। डार ने चीन के निरंतर और अटूट समर्थन की प्रशंसा की और सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग सुदृढ़ करने में पाकिस्तान की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया।
चीन की ओर से यह समर्थन शहबाज शरीफ के उस बयान के बाद आया जिसमें उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की ‘स्वतंत्र जांच’ या निष्पक्ष जांच की मांग की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि ये दोनों देश के बीच का मामला है और वह इस मामले में हस्तक्षेप करने का इरादा नहीं रखते हैं।
–आईएएनएस