इजरायल में स्पेन के दो मंत्रियों की एंट्री पर लगी रोक, विदेश मंत्री ने बताई वजह

यरुशलम । इजरायल ने स्पेन को चेतावनी दी। इजरायल के विदेश मंत्री ने कहा कि स्पेन सरकार एक शत्रुतापूर्ण इजरायल विरोधी रुख अपना रही है, जिसमें घृणा से भरी बयानबाजी है। उन्होंने इजरायल में स्पेन के दो मंत्रियों की एंट्री पर रोक लगा दी।

इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि स्पेनिश प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज का भ्रष्ट प्रशासन लगातार इजरायल विरोधी और यहूदी विरोधी हमलों के जरिए गंभीर भ्रष्टाचार के घोटालों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है। वर्तमान स्पेनिश सरकार की इजरायल के खिलाफ जुनूनी सक्रियता, ईरान में अयातुल्ला शासन से लेकर वेनेजुएला में मादुरो सरकार तक कई अत्याचारी शासनों के साथ उसके संबंधों की पृष्ठभूमि में साफ दिखाई देती है।

उन्होंने कहा कि यह भी चौंकाने वाली बात है कि स्पेन में यहूदी लोगों के खिलाफ हुए अपराधों में जबरन धर्मांतरण से लेकर स्पेन से यहूदियों के निष्कासन तक के अपराध शामिल हैं। जैसा कि याद किया जाता है, स्पेन, इजरायल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला पश्चिमी यूरोपीय देशों में अंतिम था। स्पेन की वर्तमान सरकार जानबूझकर और बेरहमी से उन संबंधों को नुकसान पहुंचा रही है, जो समाजवादी और रूढ़िवादी, दोनों सरकारों के कार्यकाल के दौरान दशकों से लगातार मजबूत हुए हैं।

विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि इजरायली नीति की हर आलोचना यहूदी विरोधी नहीं होती। हालांकि, जब इसे शैतानी, अवैध और दोहरे मानदंडों से चिह्नित किया जाता है तो आईएचआरए की परिभाषा के अनुसार, यह यहूदी विरोधी है। इन सभी पहलुओं में स्पेनिश सरकार के सदस्यों के बयान सही नहीं हैं। इस प्रकार इसकी नीति गलत है। यह यहूदी विरोधी है, इसलिए मैंने आईएचआरए के पूर्ण अधिवेशन में वर्तमान स्पेनिश सरकार के सदस्यों के प्रत्यक्ष यहूदी विरोधी होने का मुद्दा उठाने का फैसला किया है। इजरायल सरकार का कर्तव्य है कि वह संस्थागत यहूदी विरोधी भावना के खिलाफ खड़ा हो एवं चेतावनी दे और इसे बिना किसी लाग-लपेट के जैसा है वैसा ही प्रस्तुत करे।

उन्होंने आगे कहा कि स्पेनिश सरकार के उन सदस्यों पर व्यक्तिगत प्रतिबंध लगाने से बचना अब संभव नहीं है, जिन्होंने रेड लाइन पार कर ली है। मैंने कार्यवाहक गृह मंत्री यारिव लेविन के साथ और प्रधानमंत्री की स्वीकृति से व्यक्तिगत प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत स्पेन की उप-प्रधानमंत्री और श्रम मंत्री योलांडा डियाज का इजरायल में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा और इजरायल उनसे कोई संपर्क नहीं रखेगा। नरसंहार के कुछ दिनों बाद अक्टूबर 2023 में ही डियाज ने इजरायल पर युद्ध अपराध करने का आरोप लगाया था। मई 2024 में स्पेन द्वारा ‘फिलिस्तीनी राज्य’ को मान्यता देने के अगले दिन उन्होंने कहा कि यह फिलिस्तीन को नदी से समुद्र तक मुक्त करने की दिशा में पहला कदम मात्र है, एक ऐसा आह्वान जिसका अर्थ इजरायल का उन्मूलन है, एक ऐसा आह्वान जिस पर जर्मनी जैसे यूरोपीय देशों में प्रतिबंध लगा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2024 में लेबनान में जमीनी युद्धाभ्यास शुरू होने के बाद (इजरायल पर उसके क्षेत्र से एक साल तक हमला किए जाने के बाद) योलांडा डियाज ने इजरायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का आह्वान किया। दिसंबर 2024 में उन्होंने इजरायली उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया और कहा कि वह इजरायली उत्पाद नहीं खरीदती हैं। अप्रैल 2025 में उन्होंने इजरायल को एक ‘नरसंहारकारी राज्य’ कहा और उसके खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया। जुलाई 2025 में उन्होंने संबंधों को पूरी तरह से तोड़ने का आह्वान किया। डियाज के इन बयानों से यह यह स्पष्ट है कि वह प्रधानमंत्री सांचेज की राजनीतिक कमजोरी का फायदा उठा रही हैं और उन्हें कदम दर कदम अपने इजरायल विरोधी और यहूदी विरोधी एजेंडे को लागू करने के लिए मजबूर कर रही हैं।

इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि इसी पार्टी की युवा एवं बाल मंत्री सिरा रेगो पर भी इसी तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इजरायल में उनका प्रवेश प्रतिबंधित है और इजरायल उनसे कोई संपर्क नहीं रखेगा। रेगो ने 7 अक्टूबर 2023 को एक पोस्ट में नरसंहार को उचित ठहराया। अप्रैल 2025 में उन्होंने इजरायल को ‘नरसंहारकारी राज्य’ कहा, उसके साथ सुरक्षा व्यापार का विरोध किया और कहा कि इजरायल को एक यूरो भी नहीं मिलना चाहिए। मई 2025 में उन्होंने संबंधों को पूरी तरह से तोड़ने और ‘नरसंहारकारी शासन’ के विरुद्ध प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया। उन्होंने यूरोपीय संघ से इजरायल के साथ सभी संबंध तोड़ने और हर स्तर पर उस पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।

उन्होंने आगे कहा कि स्पेन के दोनों मंत्रियों पर इजरायल में प्रवेश प्रतिबंध है और इजरायल उनसे कोई संपर्क नहीं रखेगा। साथ ही इजरायल अपने सहयोगियों का ध्यान स्पेन सरकार के शत्रुतापूर्ण आचरण और उसके मंत्रियों के बयानों में यहूदी-विरोधी और हिंसक आयाम की ओर आकर्षित करेगा। यह जरूरी है कि दुनिया भर में इजरायल के मित्र वर्तमान स्पेनिश सरकार के खतरनाक चरित्र को समझें।

–आईएएनएस

बलूचिस्तान में अमेरिका-चीन के दबाव से पाकिस्तान बेबस, निर्दोषों को चुकानी पड़ रही कीमत

नई दिल्ली । बलूचिस्तान में हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं। मानवाधिकार संगठन चीख-चीख कर पाकिस्तानी सेना की ज्यादती बयां कर रहे हैं। आंकड़ों और तथ्यों के साथ काउंटर...

हमास सरेंडर करे, बंधकों को रिहा कर दे, तो समाप्त हो जाएगा गाजा युद्ध: इजरायली विदेश मंत्री

यरूशलम । इजरायली विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा है कि अगर हमास सरेंडर कर सभी बंधकों को रिहा करता है तो गाजा युद्ध खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने ये...

पाकिस्तान: इमरान खान की पार्टी में बवाल, गिलगित-बाल्टिस्तान के सीएम समेत 11 विधायकों की सदस्यता रद्द

नई दिल्ली । पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ) ने गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री गुलबर खान सहित 11 विधायकों की प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी है। रविवार को यह जानकारी सामने आई...

इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक चेकपॉइंट पर फिलिस्तीनी युवक को मार गिराया

यरुशलम । इजरायली सेना ने उत्तरी वेस्ट बैंक में एक सैन्य चौकी पर एक फिलिस्तीनी व्यक्ति को गोली मार दी। सेना और फिलिस्तीनी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इजरायली सेना...

भगोड़ों को भारत लाने की कवायद तेज, ब्रिटेन की टीम ने तिहाड़ जेल का किया निरीक्षण

नई दिल्ली । भारत सरकार ने आर्थिक अपराधियों और फरारों को वापस लाने की दिशा में एक और अहम कदम उठाया है। इसी कड़ी में हाल ही में ब्रिटेन की...

हंगरी ने रूसी तेल खरीद का बचाव किया, यूरोपीय संघ के देशों पर चोरी-छिपे आयात का आरोप लगाया

बुडापेस्ट । रूस से तेल खरीद को लेकर हंगरी ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। विदेश और व्यापार मंत्री पीटर सिजार्तो ने कहा है कि हंगरी खुले तौर पर...

टैरिफ पर मचे ‘घमासान’ के बीच ट्रंप ने पीएम मोदी को बताया महान, बताई गिले शिकवे की वजह

वाशिंगटन । अमेरिका के भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद पिछले कुछ समय से दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण है। रूस से तेल खरीदने से नाराज अमेरिकी...

ट्रंप ने बयां किया भारत और रूस को खोने का दर्द, चीन पर साधा निशाना

वॉशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस को लेकर सोशल मीडिया पर एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने चीन के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताई है...

विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के बयान पर नहीं दिया जवाब, कहा- कोई टिप्पणी नहीं

नई दिल्ली । भारत ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस हालिया बयान पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने...

हिजबुल से द रेजिस्टेंस फ्रंट तक, पाकिस्तान के लोकल टेररिस्ट नैरेटिव की खुली पोल

नई दिल्ली । पाकिस्तान लंबे समय से कश्मीर मुद्दे को स्थानीय बनाने की कोशिश करता रहा है। पाकिस्तान ने हिजबुल मुजाहिदीन को एक स्थानीय आतंकवादी संगठन के इरादे से बनाया...

यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए बातचीत और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता : भारत

संयुक्त राष्ट्र । भारत ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति की आवश्यकता पर जोर दिया है। भारत ने ईंधन की कीमतों सहित युद्ध...

सीपीईसी फेज-2 पर चीन की सख्ती, पाकिस्तान के सामने बड़ी चुनौती

नई दिल्ली । चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना का दूसरा चरण पाकिस्तान के लिए आसान नहीं रहने वाला है। चीन ने साफ कर दिया है कि परियोजना को आगे बढ़ाने...

admin

Read Previous

उत्तर प्रदेश: अब्बास अंसारी की विधानसभा सदस्यता बहाल, सचिवालय ने जारी किया आदेश

Read Next

चहल से तलाक पर बोलीं धनश्री वर्मा, ‘मैंने अपमान का जवाब अपमान से नहीं दिया’

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com