नई दिल्ली:टाटा प्रोजेक्ट्स को ईपीसी ठेकेदार के रूप में शामिल करने के बाद नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की परियोजना का काम शुरू हो गया है। अधिकारियों ने कहा कि रनवे, टर्मिनल और एटीसी टावर का निर्माण शुरू हो गया है और यह पूरे जोरों पर जारी रहेगा। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड का चयन किया है। कंपनी को तीन शॉर्टलिस्टेड टीमों में से चुना गया है, जिनके पास बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के डिजाइन, खरीद और निर्माण में प्रदर्शन का अनुभव है।
अधिकारियों ने कहा कि टाटा प्रोजेक्ट्स नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्च र, सड़कों, उपयोगिताओं, लैंडसाइड सुविधाओं और अन्य भवनों का निर्माण करेगा। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा भारतीय संस्कृति और आतिथ्य को स्विस तकनीक और दक्षता के साथ जोड़कर एक आधुनिक, उपयोगकर्ता के अनुकूल डिजाइन विकसित करेगा, जो भारत से प्रेरित होगा।
अधिकारियों ने कहा कि यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) ने आईसीएडी होल्डिंग लिमिटेड को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर सलाहकार के रूप में चुना है। आईसीएडी सिस्टम एकीकरण डिजाइन, एकीकरण कार्यक्रम प्रबंधन और आईसीटी और हवाईअड्डा प्रणालियों के एकीकरण के साथ नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का समर्थन करेगा। आईसीएडी कोर एयरपोर्ट सिस्टम के कार्यान्वयन और एकीकरण का भी नेतृत्व करेगा।
वाईआईएपीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा एक डिजिटल हवाईअड्डे के रूप में एक नया बेंचमार्क स्थापित करेगा, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक के साथ हवाईअड्डे के माध्यम से एक निर्बाध और अधिकतर संपर्क रहित प्रवाह प्रदान किया जाएगा।
यात्री टर्मिनल में कुशल यात्री प्रवाह, डिजिटल सेवाएं और न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव के प्रति प्रतिबद्धता जैसे पैरामीटर शामिल होंगे। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा भारत में एक डिजिटल हवाई अड्डा होगा, जो परिवारों/बुजुर्गो और व्यावसायिक यात्रियों के लिए संपर्क रहित यात्रा और व्यक्तिगत सेवाओं को सक्षम करेगा।
यमुना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “टाटा प्रोजेक्ट्स के साथ, हम 2024 तक सालाना 1.2 लाख यात्रियों की क्षमता के साथ एक यात्री टर्मिनल, रनवे और अन्य हवाईअड्डे के बुनियादी ढांचे को वितरित करने के लिए काम कर रहे हैं।”
–आईएएनएस