कोरोना महामारी का हमारे स्वास्थ्य और आर्थिक हालात पर गहरा असर पड़ा है। हम सबने बीते दो साल का समय महामारी के साये में गुजारा है। कोविड-19 के इंफेक्शन से दुनियाभर में करीब 60 लाख लोगों की मौत हुई और हजारों लोगों की नौकरी चली गई। कई देशों की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है। हालांकि, दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों पर कोरोना काल का असर नहीं दिखा, उनकी दौलत इस दौरान भी बढ़ती चली गई।
दुनिया के दस सबसे अमीर व्यक्तियों की संपत्ति इस दौरान प्रतिदिन 1.3 अरब डॉलर (9,000 करोड़ रुपये) की दर से बढ़कर 1,500 अरब डॉलर (111 लाख करोड़ रुपये से अधिक) पर पहुंच गई।
यह जानकारी ऑक्सफैम इंटरनेशनल नाम की एक संस्था की रिपोर्ट से मिली है। ‘इनइक्वलिटी किल्स’ नाम से जारी इस रिपोर्ट को स्विट्जरलैंड के दावोस शहर में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के आयोजित एक शिखर सम्मेलन के पहले दिन जारी किया गया।
बिलियनेयर्स इंडेक्स पर अगर नजर डालें तो दुनिया के 500 सबसे ज्यादा अमीर लोगों ने पिछले साल अपनी नेट वर्थ में 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की है। ऑक्सफैम ने कहा कि भारत, जहां शहरी बेरोजगारी पिछले मई में 15 फीसदी तक बढ़ गई थी और खाद्य असुरक्षा खराब हो गई थी, अब फ्रांस, स्वीडन और स्विटजरलैंड की तुलना में अधिक अरबपति वाला देश बन चुका है।
ऑक्सफैम इंटरनेशनल ने कहा कि असमानता के चलते रोजाना कम से कम 21,000 लोग या प्रति चार सेकंड में एक व्यक्ति की मौत हो रही है। इस रिपोर्ट में हेल्थकेयर, लिंग आधारित हिंसा, भूख और जलवायु की वजह से दुनिया भर में होने वाली मौतों पर निष्कर्ष निकाला गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के दस सबसे धनी व्यक्तियों की संपत्ति कोरोना महामारी के पहले दो साल के दौरान 15,000 डॉलर प्रति सेकंड की दर से बढ़ी है। यदि ये दस व्यक्ति अपनी संपत्ति का 99.999 प्रतिशत गंवा भी देते हैं, तो भी वे दुनिया के 99 प्रतिशत लोगों से ज्यादा अमीर रहेंगे।
ऑक्सफैम इंटरनेशनल की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर गैब्रिएला बूचर ने कहा, “दुनिया के शीर्ष दस अमीरों के पास सबसे गरीब 3.1 अरब लोगों की तुलना में छह गुना अधिक संपत्ति है।” उन्होंने कहा कि अरबपतियों की संपत्ति पिछले 14 साल की तुलना में महामारी के पिछले दो साल में सबसे तेजी से बढ़ी है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी की संपत्ति में पिछले साल सबसे ज्यादा उछाल देखने को मिला है। अडाणी के पास पिछले साल भारत में सबसे ज्यादा संपत्ति थी और वैश्विक स्तर पर उन्होंने अपनी संपत्ति में दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की थी। गौतम अडाणी की संपत्ति में 42.7 अरब डॉलर जुड़े, इसके साथ ही उनकी संपत्ति अब 90 अरब डॉलर है। 2021 में मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 13.3 बिलियन डॉलर चढ़ गई और अब उनका मूल्य 97 बिलियन डॉलर हो गया है।