27 जून, 2021
पटना: बिहार के सीमांचल क्षेत्र की महत्वपूर्ण नदियों का जलस्तर पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश के कारण बढ़ रहा है। पूर्णिया और अररिया जिलों में विभिन्न स्थानों पर महानंदा, कंकनी और परमान नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और नदियों के किनारे बसे गांवों पर खतरा मंडरा रहा है।
मरवा गांव के पंचायत सदस्य राम कुमार पासवान ने कहा, “परमन नदी की पानी की तेज धारा के कारण हमारे गांव में लगातार मिट्टी कट रही है। पानी हमारे घरों की चौखट तक पहुंच गया है और बंगामा पंचायत कभी भी डूब सकती है।”
पासवान ने दावा किया, “हमने बीडीओ, एसडीएम, डीएम और स्थानीय विधायक सहित कई अधिकारियों से नदी के किनारे रेत के थैले रखने जैसे उचित उपाय करने का आग्रह किया है ताकि मिट्टी को धोया जा सके लेकिन उनमें से किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया।”
एक अन्य ग्रामीण राधा मोहन राम ने कहा, “अधिकांश ग्रामीणों ने आपके सरकारी मध्य विद्यालय में शरण ली है। अब इसमें और लोगों को समायोजित करने के लिए कोई जगह नहीं है। इसलिए, एक दर्जन से अधिक परिवार अपने घरों में रहने को मजबूर हैं। और साथ ही भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी सामना कर रहे हैं।”
इस बीच, बिहार के स्थानीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बारिश के दौरान लोगों को कंक्रीट के घरों में रहने को कहा है। साथ ही बताया कि पटना, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, सारण, भोजपुर, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, अरवल, जहानाबाद और बक्सर जिलों सहित विभिन्न जिलों में अगले 24 घंटों में गरज और बिजली गिरने के साथ भारी बारिश की संभावना है।
–आईएएनएस