दिल्ली: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. पंजाब के डी।पी को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है। सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की जगह वीके भावरा को राज्य का नया डीजीपी बनाया गया है। चुनाव की तारीख की घोषणा से कुछ घंटे पहले ही चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को पद से हटा दिया है। पंजाब में चुनाव आचार संहिता लगने से महज़ कुछ घंटे पहले ही यह फैसला लिया है।
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी वीके भावरा पंजाब के नए डीजीपी (डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) बने हैं। भावरा विजिलेंस चीफ के तौर पर भी काम कर चुके हैं। पंजाब सरकार की ओर से यूपीएससी पैनल को भेजे गए नामों की सूची में उनका नाम सबसे ऊपर था। पंजाब में चुनाव आचार संहिता लगने से महज़ कुछ घंटे पहले पंजाब सरकार ने यह बड़ा बदलाव किया है। शनिवार शाम 3.30 बजे चुनाव आयोग ने पंजाब सहित पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा की। उसके ठीक पहले राज्य में यह बड़ा बदलाव हुआ है।
चन्नी सरकार की ओर से जारी सरकारी आदेश में कहा गया है कि वीरेश कुमार भवरा का कार्यकाल पदभार ग्रहण करने की तारीख से कम से कम दो साल के लिए होगा। इससे पहले संघ लोक सेवा आयोग ने राज्य में शीर्ष पुलिस पद के लिए पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्ता, भवरा और प्रबोध कुमार समेत तीन नामों का पैनल राज्य सरकार को भेजा था। भवरा चन्नी सरकार के कार्यकाल के इतने महीनों में कार्यभार संभालने वाले तीसरे डीजीपी हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का ऐलान आज हो गया है।
——— इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम