२३ जून, २०२१
गोरखपुर : गोरखपुर को शहर के बीचोबीच 2,800 वर्ग मीटर में फैला पहला नियोजित औषधीय वन या ‘आरोग्य वन’ मिलेगा। वन विभाग 7 जुलाई से इस क्षेत्र में औषधीय पौधे लगाना शुरू करेगा।
भूमि डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय से सटी है और वन विभाग नीम, आंवला, मोरिंगा जैसे 300 औषधीय पेड़ और 2,000 औषधीय जड़ी-बूटियां जैसे तुलसी, पुदीना, गिलोय आदि लगाने की योजना बना रहा है।
गोरखपुर के संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) अविनाश कुमार के अनुसार, “कोविड महामारी और अन्य स्वास्थ्य चुनौतियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमें एक औषधीय वन विकसित करने का विचार दिया ताकि लोगों को लाभ के साथ शिक्षित किया जा सके और औषधीय पौधों का उपयोग और पर्यावरण संरक्षण भी कर सके।”
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की मदद से इस उद्देश्य के लिए सरकारी जमीन को चिन्हित किया गया है और वह भी शहर के बीचोबीच है।
इस आरोग्य वन में औषधीय पौधों और पेड़ों के फायदे और उपयोग बताते हुए बोर्ड लगाए जाएंगे ताकि आगंतुक पौधों और पेड़ों को देख सकें और उनके लाभ भी जान सके।
उन्होंने कहा कि ऐसे पौधे और पेड़ खरीदने के इच्छुक लोग इसे वन विभाग की नर्सरी से ले सकते हैं।
–आईएएनएस