नई दिल्ली । अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने शनिवार को भारतीय सशस्त्र बलों के इतिहास में पहले 17 महिला एनडीए कैडेट्स के पासआउट बैच की सराहना की।
17 महिला कैडेट्स के पहले बैच ने शुक्रवार को एनडीए के 148वें कोर्स से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। पुणे में पासिंग आउट परेड के दौरान, उन्होंने 300 से अधिक पुरुष कैडेट्स के साथ मार्च किया।
इस पहल की सराहना करते हुए, अदाणी समूह के चेयरमैन ने इसे एक राष्ट्र का संकल्प माना और कहा कि वे जो संदेश साझा करते हैं, वह समय से परे सदाबहार है।
गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “संकल्प, सिद्धांत, संभावना। सभी पहली महिला एनडीए कैडेट्स को बधाई, क्योंकि वे आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “वे न केवल अपने सपने लेकर आगे बढ़ रही हैं, बल्कि देश का संकल्प भी साथ लेकर चल रही हैं। रास्ता नया है। संदेश की प्रासंगिकता और महत्व समय के साथ नहीं बदलते हैं। जय हिंद।”
सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश के बाद महिला कैडेट्स 2022 में एनडीए में शामिल हुईं। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले में महिलाओं को त्रि-सेवा अकादमी में प्रवेश लेने की अनुमति दी गई थी।
डिवीजन कैडेट कैप्टन श्रीति दक्ष ने बैचलर ऑफ आर्ट्स स्ट्रीम में सर्वोच्च रैंक हासिल की।
कैडेट लकी कुमार, बटालियन कैडेट कैप्टन प्रिंस कुमार सिंह कुशवाहा और कैडेट कैप्टन उदयवीर सिंह नेगी क्रमशः साइंस, कंप्यूटर साइंस और बी.टेक स्ट्रीम में प्रथम स्थान पर रहे।
पूर्व सेना प्रमुख और मिजोरम के राज्यपाल वीके सिंह ने पासिंग आउट परेड की समीक्षा की और इसे भारत के लिए गौरव का दिन बताया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “एनडीए की विरासत में एक नया अध्याय, जहां साहस का कोई जेंडर नहीं होता और लीडरशिप की कोई सीमा नहीं होती।”
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रहलाद जोशी ने वर्दी में महिलाओं की यात्रा को भारतीय महिलाओं की अदम्य भावना का प्रमाण बताया, जो बाधाओं को तोड़ती हैं और राष्ट्र को प्रेरित करती हैं।
–आईएएनएस