पटना, 1 फरवरी (आईएएनएस)| बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने गठबंधन सहयोगी भाजपा और जद (यू) के साथ एमएलसी चुनाव में सीट बंटवारे के मुद्दे पर सोमवार को निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा, “जिस तरह से भाजपा और जदयू ने आपस में सीटों का बंटवारा किया और किसी अन्य गठबंधन सहयोगी पर विचार नहीं किया, वह हम के लिए निराशाजनक है। हम और मुकेश सहनी की वीआईपी बिहार में मौजूदा एनडीए सरकार में गठबंधन सहयोगी हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे हमें बैठक में आमंत्रित नहीं किया।”
उन्होंने कहा, “बैठक में जो भी फैसला लिया गया, वह सभी गठबंधन सहयोगियों की उपस्थिति में लिया गया होता, यह हमारे लिए संतोषजनक होता। दुर्भाग्य से, ऐसा नहीं हुआ। मुझे दर्द है, क्योंकि उन्होंने हमें आमंत्रित नहीं किया है। जहां तक एचएएम का सवाल है, हम शायद किसी सीट की मांग न करें।”
इससे पहले रविवार को वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी स्थानीय निकाय के तहत आने वाले एमएलसी चुनाव की सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल-युनाइटेड जद (यू) ने उन्हें कोई सीट नहीं दी है।
सहनी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने उनकी पीठ में छुरा घोंपा।
भाजपा और जद (यू) के बीच सीटों का बंटवारा शनिवार को हुआ, जिसमें भाजपा को 13 और जदयू को 11 सीटें मिलीं।
भाजपा ने अपने ही कोटे से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को 1 सीट दी है।
–आईएएनएस