पटना । बिहार की राजनीति में इंडिया ब्लॉक के बीच चल रहे मतभेदों का खंडन करते हुए राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध कुमार मेहता ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी और इंडिया ब्लॉक को लेकर जो बातें सामने आ रही हैं, उनमें कोई असल विवाद नहीं है। इंडी एलायंस के अंदर सभी बैठकें नियमित रूप से होती हैं और सभी फैसलों पर सहमति बनी हुई है।
उन्होंने कहा, “कोई दिक्कत या विवाद नहीं है इंडिया एलायंस में। हर हफ्ते कोआर्डिनेशन कमेटी और मेनिफेस्टो कमेटी की बैठकें होती हैं और हम सब पूरी तरह से ऑन बोर्ड हैं।”
राजद प्रवक्ता मेहता ने आगे कहा कि असली विवाद भाजपा के घर में है, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भविष्य अभी अनिश्चित है। उन्होंने कहा, “मांझी और पासवान के बीच तनातनी है, एक दूसरे को लेकर कड़ी आलोचना हो रही है। एनडीए के अंदर ही असल में विवाद और गड़बड़ी है, इंडी गठबंधन में नहीं।”
सुबोध मेहता ने सीडब्ल्यूसी की बैठक को लेकर कहा कि बिहार में चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी ने सम्राट अशोक के चक्रों के प्रतीक यानी संविधान के प्रतीकों के साथ खिलवाड़ किया है। तेजस्वी यादव और राहुल गांधी 20 वर्षों की कुशासन नीति के खिलाफ वोटर अधिकार यात्रा चला रहे हैं।”
उन्होंने दावा किया कि 75 वर्षों में विपक्ष के रूप में राजद सबसे मजबूत पार्टी बनकर उभरी है और जनता में उनकी पकड़ लगातार मजबूत हो रही है। चिराग पासवान और जीतन राम मांझी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद प्रवक्ता ने कहा कि मांझी परेशान हैं और चिराग पासवान को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि नीतीश कुमार भी चिराग पर दबाव डालना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार ने चिराग के खिलाफ जो किया, वह चिराग भूल नहीं पा रहे हैं। एनडीए के अंदर इतनी तनातनी है कि बिहार की जनता देख रही है। यदि ये लोग सत्ता में आए तो बिहार की स्थिति और खराब हो जाएगी।”
राजद प्रवक्ता मेहता ने कहा कि पिछले 20 सालों में नीतीश कुमार का सुशासन नहीं बल्कि भ्रष्टाचार चरम पर था। उन्होंने कहा कि कैग रिपोर्ट में बिहार में 70,000 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं। साथ ही, 65,000 हत्याएं, 3 लाख चोरी के केस और 1 लाख अपहरण के मामले भी दर्ज हैं। बिहार कम्युनल वायलेंस के मामले में दूसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव की मांग कर रही है और वह वोट के माध्यम से भ्रष्टाचार को खत्म करेगी।
मीट शॉप्स को लेकर उठे विवाद पर राजद प्रवक्ता ने कहा कि भारत की संस्कृति और परंपराओं में गंगा-जमुना तहजीब की बहुत अहमियत है। उन्होंने कहा, “यहां सर्वधर्म समभाव का सिद्धांत चलता है, हम सब मिलजुल कर रहते हैं। लेकिन जब से केंद्र में एनडीए सरकार आई है, हर त्योहार पर विवाद खड़ा किया जा रहा है। दुकानों को बंद करने का आदेश गरीब लोगों के रोजी-रोटी पर असर डालता है। 10-15 दिन दुकानें बंद रहने से गरीब लोग कहां से कमाएंगे? बच्चों का भरण-पोषण कैसे होगा? इन सब बातों को नजरअंदाज करके समाज को टकराव की स्थिति में लाया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि यदि किसी को मांस या मछली नहीं खाना है तो वह खुद न खाए, लेकिन सभी दुकानों को बंद करना सही नहीं।
दिल्ली में त्योहारों के दौरान सुबह 10 बजे से रात 12 बजे तक लाउडस्पीकर बजाने को लेकर भी राजद प्रवक्ता ने आलोचना की। उन्होंने कहा, “इस सरकार को विकास या पढ़ाई, कृषि जैसे मुद्दों पर काम नहीं करना है। बस दुकान बंद करवाना और लाउडस्पीकर लगाना है।”
–आईएएनएस