नई दिल्ली । जनता दल यूनाईटेड के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुई तनातनी के बाद सीजफायर में डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की बात को अब बंद कर देना चाहिए। क्योंकि भारत सरकार की तरफ से साफ कर दिया गया है कि सीजफायर में डोनाल्ड ट्रंप की कोई भी भूमिका नहीं थी।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए केसी त्यागी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुरुआत से ही कह रहे हैं कि पाकिस्तान के डीजीएमओ के कहने पर ही युद्ध विराम हुआ। यह भ्रम समाप्त हो जाना चाहिए कि डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता या फिर उनके कहने पर भारत-पाक के बीच सीजफायर हुआ।”
ईरान-इजरायल जंग के बीच ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने को लेकर केसी त्यागी ने कहा कि सरकार को प्रयास करना चाहिए कि वहां रहे सभी भारतीय, जिसमें छात्र भी शामिल हैं, सकुशल भारत लाए जाएं।
समाजवादी पार्टी के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने आईएएनएस से कहा, “डोनाल्ड ट्रंप कुछ समय से भारत को लेकर गैर जिम्मेदाराना बयान देते रहे हैं। उन्होंने पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा था कि व्यापार का दबाव देकर उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराया। इस बयान के बाद काफी समय तक वह चुप रहे थे, लेकिन अब फिर से हमारे प्रधानमंत्री के लिए आपत्तिजनक रवैया उन्होंने अपनाया है।”
नदवी ने कहा कि ट्रंप को पता था कि नरेंद्र मोदी जी7 की बैठक के लिए कनाडा जाने वाले हैं। इसके बावजूद वह वहां से निकल गए। वह हमारे प्रधानमंत्री से मिलना नहीं चाहते थे। उनका तरीका अपमानजनक था।
उन्होंने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप का पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष आसिम मुनीर को बुलाना और गुप्त वार्ता करना, यह दिखाता है कि वह भारत के प्रति उतने संजीदा नहीं है, जितने वह दूसरे मुल्कों के प्रति हैं। यह अफसोसजनक है। हमें उम्मीद है कि आगामी संसद सत्र में प्रधानमंत्री उन कारणों का खुलासा करेंगे, जिसकी वजह से उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।”
–आईएएनएस