मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को विधिवत रूप से चुनी हुई विपक्ष शासित राज्य सरकारों को कमजोर करने में भूमिका के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की।
महाराष्ट्र के बीड में एक रैली में पवार ने कहा कि भले ही भाजपा स्थिर शासन की वकालत करती है, लेकिन सच तो यह है कि वह वैध रूप से चुनी हुई दूसरी पार्टियों की राज्य सरकारों को अस्थिर करने की साजिश रचती है।
स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पवार ने कहा : “15 अगस्त को पीएम मोदी ने कहा था ‘मैं फिर वापस आऊंगा।’ मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि इसी तरह का वादा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी किया था। वह सत्ता में लौटे जरूर, लेकिन निचले पद पर।”
पवार ने मौजूदा सरकार पर सत्ता में बने रहने के लिए जाति, धर्म और भाषा पर केंद्रित विभाजनकारी रणनीतियां अपनाने का भी आरोप लगाया।
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), कांग्रेस और शिवसेना के गठबंधन वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को सत्ता गंवानी पड़ी है।
एमवीए गठबंधन के पीछे वास्तुकार माने जाने वाले शरद पवार को एक और झटका तब लगा, जब उनके भतीजे अजीत पवार ने भी बगावत कर की। अजीत ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के साथ गठबंधन किया और उपमुख्यमंत्री बन गए।
इन घटनाक्रमों के बाद से शरद पवार एनसीपी के बागियों को यह समझाने के लिए लगातार रैलियां कर रहे हैं कि वे गफलत में गलत जगह चले गए हैं।
आईएएनएस