नई दिल्ली: केंद्र द्वारा पूर्व केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस आयुक्त नियुक्त किए जाने के एक दिन बाद 1984 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी अस्थाना ने बुधवार को कार्यभार संभाल लिया। अस्थाना बुधवार सुबह पुलिस मुख्यालय पहुंचे और कई वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में कार्यभार संभाला।
उनके आगमन पर उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
एक आदेश में, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस आयुक्त बनाए जाने को लेकर बयान जारी किया था।
मंत्रालय ने कहा था, बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल राकेश अस्थाना को दिल्ली का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया जाता है। सक्षम प्राधिकारी ने आईटीबीपी के डायरेक्टर जनरल एस. एस. देसवाल को बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल पद का अतिरिक्त कार्यभार देने की स्वीकृति दी है। वे इस पद के लिए योग्य अधिकारी के मिलने या अगले आदेश तक ये पदभार संभालेंगे।
मंत्रालय ने आगे कहा कि राकेश अस्थाना को तुरंत रिलीव (कार्यमुक्त) करने का अनुरोध किया जाता है, ताकि वे दिल्ली पुलिस कमिश्नर के रूप में जॉइन कर सकें।
अस्थाना 31 जुलाई, 2022 तक एक वर्ष की अवधि के लिए दिल्ली पुलिस प्रमुख रहेंगे। उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि 31 जुलाई थी, जिसे जनहित में विशेष मामले के रूप में माननेत हुए एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है।
अस्थाना ने वडोदरा शहर के पुलिस आयुक्त के रूप में भी काम किया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे।
बता दें कि जून के अंत में पुलिस आयुक्त पद से एस. एन. श्रीवास्तव के सेवानिवृत्त होने के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बालाजी श्रीवास्तव को पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
1984 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी अस्थाना वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के प्रमुख का पद संभाल रहे थे।
अक्टूबर 2018 में, तत्कालीन सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक अस्थाना के बीच लड़ाई सार्वजनिक हो गई थी, जिसके कारण सरकार ने मामले में हस्तक्षेप किया और दोनों अधिकारियों को एजेंसी से स्थानांतरित कर दिया।
एनसीबी के महानिदेशक के रूप में अस्थाना ड्रग्स की बरामदगी में सबसे आगे रहे हैं और उन्होंने मुंबई फिल्म उद्योग में कोकीन और सिंथेटिक दवाओं की आमद की जांच के निर्देश भी जारी किए हुए हैं।
उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से संबंधित ड्रग्स एंगल में एनसीबी जांच का भी नेतृत्व किया है।
डीजी बीएसएफ के रूप में, अस्थाना ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सुरंगों का पता लगाते हुए सीमाओं को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए बल की बेहतरीन कार्यप्रणाली को आगे बढ़ाया है।
–आईएएनएस