भोपाल, 27 दिसम्बर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 से 18 वर्ष की आयु के किशोरों के वैक्सीनेशन का एलान किया गया है। मध्य प्रदेश में इस आयु वर्ग के 59 लाख से अधिक किशोर हैं जिनके टीकाकरण के लिए अभियान चलाया जाएगा, वहीं लगभग 72 लाख 60 वर्ष की आयु से अधिक के बुजुर्ग है, जिन्हें बूस्टर डोज दिया जाना है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया है कि प्रदेश में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण अभियान केन्द्र के निर्देशानुसार पूरी मुस्तैदी से चलाया जाएगा। प्रदेश में इस आयु वर्ग के करीब 59 लाख 27 हजार 835 बच्चे हैं।
उन्होंने बताया कि हेल्थ वर्कर्स एवं फ्रंटलाइन वॉरियर्स को बूस्टर डोज देने की तैयारी की जा रही है। दोनों ही समूह की व्यवस्थित सूची है, जिनको हमने दोनों डोज लगवाए हैं। इसके अलावा करीब 71 लाख 62 हजार व्यक्ति जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है, उनको डॉक्टरों की सलाह के बाद बूस्टर डोज दिया जाएगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने बताया कि इंदौर में आठ ओमिक्रॉन के मरीज मिलने की सूचना मिली है। आठ प्रकरण में से छह प्रकरणों में मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। शेष 2 मरीजों का इलाज डॉक्टरों की निगरानी में हॉस्पिटल में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में यह सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी कोरोना पॉजिटिव केस आने पर कम से कम 30 कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाए। ओमिक्रॉन के इन मरीजों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी पूर्व में कर ली गई है।
मंत्री सारंग ने बताया कि डब्ल्यूएचओ के अनुसार जो भी कोरोना केस आए हैं, उसके पांच प्रतिशत सेम्पल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिये भेजे जाएंगे, लेकिन राज्य सरकार द्वारा सभी सेम्पल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिये भेजा जा रहा हैं। केन्द्र सरकार ने प्रदेश को पांच जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन देने का वादा किया है। यह मशीनें जनवरी के पहले सप्ताह में प्राप्त हो जाएंगी।
–आईएएनएस