नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड मामले से जुड़े ताजा घटनाक्रम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को यहां नेशनल हेराल्ड बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर स्थित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय को सील कर दिया है। ईडी के सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को उन्होंने बुलाया था, क्योंकि वह वाईआई में प्रमुख अधिकारी थे, लेकिन उन्होंने अनुरोध से किनारा किया। ईडी के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने खड़गे को वाईआई के एक अधिकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा था, ताकि वे तलाशी की कार्रवाई जारी रख सकें।
लेकिन यह सुनकर खड़गे ने नेशनल हेराल्ड कार्यालय छोड़ दिया और उन्हें कोई अधिकारी नहीं दिया।
सूत्र ने कहा, “हम वाईआई के उस अधिकारी के सामने जब्ती ज्ञापन बनाना चाहते थे। चूंकि हमें कोई उपलब्ध नहीं कराया गया था, इसलिए हमें सबूतों को बरकरार रखने के लिए इसे सील करना पड़ा।”
ईडी ने कहा है कि अगर खड़गे उन्हें वाईआई का कोई अधिकारी मुहैया कराएंगे, जो उन्हें तलाशी में मदद करेगा तो वे सीलबंद कार्यालय खोल देंगे।
इससे पहले दिन में ईडी ने बहादुरशाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की इमारत में स्थित वाईआई के कार्यालय को सील कर दिया।
ईडी ने हेराल्ड हाउस की इमारत पर एक आदेश चस्पा किया।
आदेश में कहा गया है कि “यह घोषित किया जाता है कि यह परिसर प्रवर्तन निदेशालय की पूर्व अनुमति के बिना नहीं खोला जाएगा।”
सूत्रों ने कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि सबूतों से छेड़छाड़ ना हो।
अधिकारी ने कहा, “हमने मदद के लिए हेराल्ड के अधिकारियों को बुलाया था, लेकिन वरिष्ठ लोग सहयोग नहीं कर रहे थे और तलाशी में मदद के लिए आगे नहीं आ रहे थे। हमारे पास कार्यालय को सील करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।”
ईडी ने मंगलवार को हेराल्ड कार्यालय में तलाशी अभियान चलाया था। दिन भर चली यह तलाश सुबह शुरू हुई और देर रात तक चलती रही।
हाल ही में ईडी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी से कई दिनों तक पूछताछ की थी।
ईडी ने इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
–आईएएनएस