नई दिल्ली । विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने दिल्ली कार विस्फोट के बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) चीफ महबूबा मुफ्ती के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘कश्मीर की परेशानियां लाल किले पर गूंज रही हैं।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि ये कश्मीर और कश्मीरियत से बाहर निकलने वाले लोग नहीं हैं। आतंकवादियों के घर पर धमाका होते ही उन्हें पाकिस्तान याद आ गया, लेकिन भारत याद नहीं आया। जिस थाली में खाते हो, उसी में छेद करना बंद करो।
उन्होंने कहा कि जब अलगाववादी और जिहादी कश्मीर घाटी में निर्दोष हिंदुओं को चुन-चुनकर मार रहे थे, तब भी वे चुप थे। जब अल-फलाह जैसे जिहादी अड्डे स्थापित हुए, तब भी वे चुप थे। अब जब जिहादी डॉक्टरों का एक आतंकवादी मॉड्यूल विस्फोटित हुआ, तब भी वे चुप रहे। जब आतंकवादी स्वयं विस्फोटों में मारे गए, तब भी वे चुप रहे। जब लाल किले के सामने निर्दोष लोगों का खून बहाया गया, तब भी वे चुप रहे, लेकिन जैसे ही आतंकवादियों के महल ढहे, उनके दिल भी टूट गए। इन लोगों को लगने लगा कि इनका सब कुछ बर्बाद हो गया।
विनोद बंसल ने कहा कि अब कश्मीर के युवाओं को काम और रोजगार मिल रहा है, और जिहाद से बाहर निकलने की बातें हो रही हैं।
दरअसल, यह बात ऐसे समय में सामने आई है जब मुफ्ती ने 10 नवंबर को दिल्ली में हुए विस्फोट के बाद सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बाद रविवार को केंद्र की आलोचना की थी और आरोप लगाया था कि नई दिल्ली की नीतियों से न तो जम्मू-कश्मीर में शांति आई है और न ही राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। मुफ्ती ने कहा, “आपने दुनिया को बताया कि कश्मीर में सब कुछ ठीक है, लेकिन कश्मीर की परेशानियां लाल किले के ठीक सामने गूंज रही हैं।”
–आईएएनएस











