नई दिल्ली । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गत 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले को भीषण त्रासदी करार देते हुए मंगलवार को कहा कि इस समय हर कश्मीरी का दिल टूटा हुआ है।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से विशेष बातचीत में इस घटना पर दोषारोपण से बचने की सलाह दी। उन्होंने साल 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा।
सर्जिकल स्ट्राइक पर चन्नी के बयानों को “निराधार” और “भड़काऊ” करार देते हुए इल्तिजा ने कहा, “ऐसे समय में नेताओं को संयम बरतना चाहिए। जब हमने इतने लोगों को खोया है, तो ऐसी बयानबाजी क्यों?” उन्होंने कहा कि इस दुखद समय में राजनीतिक बयानबाजी की बजाय एकजुटता दिखाने की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि चन्नी ने पहलगाम हमले के बाद मीडिया से बात करते हुए 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, “कोई नहीं जानता कि सर्जिकल स्ट्राइक कहां हुई, कितने मारे गए? कुछ हुआ ही नहीं। मैं हमेशा सबूत मांगता हूं।”
उनके इस बयान की भाजपा तथा एनडीए में उसके सहयोगी दलों ने तीखी आलोचना की है। उन्होंने चन्नी और कांग्रेस पर सेना का अपमान करने और देश का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाया।
इल्तिजा ने कहा कि आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा केंद्र सरकार के अधीन है। लेकिन अभी चूक का दोषारोपण करने का समय नहीं है। सरकार को पहलगाम हमले की गहन जांच के लिए समय देना चाहिए।
पहलगाम की बैसरन घाटी जैसे पर्यटक स्थल पर हुए हमले की जांच की जरूरत पर जोर देते हुए पीडीपी नेता ने कहा कि हजारों सैलानी जहां जाते हैं, वहां आतंकवादियों का पहुंचना गंभीर सुरक्षा चूक को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “यह एक बड़ी त्रासदी है। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए कि आतंकवादी वहां तक कैसे पहुंचे।”
इस हमले के बाद भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई की चर्चा के बीच इल्तिजा का यह बयान जांच और संयम पर केंद्रित है। उन्होंने सरकार से इस हमले के कारणों की गहराई से पड़ताल करने की अपील की ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
–आईएएनएस