नई दिल्ली । दिल्ली के भारत नगर थाना क्षेत्र में हुए एसिड अटैक मामले में जांच ने नया मोड़ ले लिया है। पीड़िता के आरोपों की सत्यता पर सवाल उठे हैं, जबकि उसके पिता पर बलात्कार और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगने के बाद वह फरार हो गया है।
रविवार सुबह करीब 11 बजे दीप चंद बंधु अस्पताल से एक महिला के एसिड अटैक में घायल होने की सूचना मिली। ओपन स्कूल की द्वितीय वर्ष की छात्रा ने बताया कि वह लक्ष्मी बाई कॉलेज, अशोक विहार के लिए निकली थी। उसने आरोप लगाया कि मुकुंदपुर निवासी उसका परिचित जितेंद्र अपने दोस्तों ईशान और अरमान के साथ मोटरसाइकिल पर आया। अरमान ने उस पर एसिड जैसा तरल फेंक दिया। हमले में उसके दोनों हाथ जल गए। पीड़िता ने दावा किया कि जितेंद्र उसका पीछा करता था और एक महीने पहले उनके बीच तीखी बहस हुई थी। इसके आधार पर थाना भारत नगर में मामला दर्ज हुआ।
हालांकि, जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। मुख्य आरोपी जितेंद्र, जो पेंटर है, घटना के समय करोल बाग में था, जिसकी पुष्टि सीसीटीवी फुटेज, सीडीआर विश्लेषण और गवाहों के बयानों से हुई। उसकी मोटरसाइकिल भी करोल बाग में पाई गई। सह आरोपी ईशान और अरमान अपनी मां शबनम के साथ आगरा में हैं और जल्द जांच में शामिल होंगे।
शबनम ने खुलासा किया कि 2018 में वह पीड़िता के पिता अकील खान के रिश्तेदारों द्वारा एसिड अटैक की शिकार हुई थी। मंगोलपुरी में संपत्ति विवाद को लेकर अकील खान और उनके परिवार के बीच तनाव चल रहा है।
मामले में और गहराई आई, जब जितेंद्र की पत्नी ने 24 अक्टूबर को पीसीआर कॉल के जरिए अकील खान पर यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया। उसने बताया कि अकील ने 2021-2024 के दौरान उसकी फैक्ट्री में काम करने के समय उसका शोषण किया और आपत्तिजनक तस्वीरों से ब्लैकमेल किया। इस शिकायत पर भलस्वा डेयरी थाने में मामला दर्ज हुआ, लेकिन अकील फरार है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
सीसीटीवी फुटेज में पीड़िता को अपने भाई के साथ स्कूटी पर घर से निकलते और अशोक विहार में ई-रिक्शा लेते देखा गया। सवाल उठता है कि भाई ने उसे कॉलेज गेट तक क्यों नहीं छोड़ा। भाई भी जांच से गायब है। क्राइम और एफएसएल टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया, लेकिन पीड़िता के बयानों में विरोधाभास मिला। पुलिस ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में गहन जांच जारी है।
–आईएएनएस











