हितों के टकराव के मामले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रोजर बिन्नी फंस गए हैं। रोजर बिन्नी की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी को बहुत दिन नहीं हुए हैं लेकिन उन्हें लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हितों के टकराव को लेकर रोजर बिन्नी सवालों में हैं।
बीसीसीआई के एथिक्स ऑफिसर विनीत सरन ने रोजर बिन्नी को हितों के टकराव के लिए नोटिस भेजा है। इससे उनकी परेशानी बढ़ सकती है। सरन ने बिन्नी से उनके खिलाफ लगे हितों के टकराव के आरोपों के खिलाफ लिखित जवाब मांगा है। बिन्नी पर संजीव गुप्ता नाम के एक व्यक्ति ने आरोप लगाए हैं। अब बीसीसीआई को तय करना है कि यह आरोप सही है या गलत। संजीव गुप्ता का कहना है कि बिन्नी विवादित हैं। उनके बेटे की पत्नी मयंती लैंगर स्टार स्पोर्ट्स चैनल के लिए एंकरिंग का काम करती हैं। स्टार स्पोर्ट्स के पास भारतीय क्रिकेट के घरेलू सत्र के मीडिया अधिकार हैं। विनीत सरन ने बिन्नी को भेजे नोटिस में कहा है कि आपको सूचित किया जाता है कि बीसीसीआइ के नियम और विनियम के नियम 39 (2) (बी) के तहत नैतिकता अधिकारी, बीसीसीआइ के नियम 38 (1) (i) और नियम 38 (2) के उल्लंघन के लिए एक शिकायत मिली है। उक्त नियमों के मुताबिक आपकी ओर से “हितों के टकराव” का उदारहण सामने आया है। विनीत सरन ने नोटिस में कहा है कि उन्हें तय समय सीमा के अंदर संलग्न शिकायत पर अपनी लिखित प्रतिक्रिया दर्ज करने का निर्देश दिया जाता है। उक्त प्रतिक्रिया को विधिवत निष्पादित हलफनामे से सत्यापित किया जाना चाहिए। बीसीसीआई ने उन्हें जवाब देने के लिए मंगलवार तक का समय दिया है।
मयंती लैंगर रोजर बिन्नी की बहू हैं। मयंती की शादी रोजर बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी से हुई है। मयंती लंबे समय से एंकरिंग का काम कर रही हैं। लेकिन यह पहला मौका है जब उन्हें लेकर कोई विवाद पनपा है। रोजर बिन्नी 1983 में विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य थे। रोजर बिन्नी अक्टूबर में पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली की जगह बीसीसीआइ के अध्यक्ष बने थे। बिन्नी ने 1983 विश्व कप में सबसे ज्यादा अठारह विकेट चटकाए थे। वे भारतीय टीम के चयनकर्ता के पद पर भी रह चुके हैं। बिन्नी का जवाब इस मुद्दे पर आना बाकी है लेकिन इस तरह का विवाद कोई नया नहीं है और बिन्नी पर किसी तरह की कार्रवाई होगी लगता तो नहीं है। क्रिकेट पंडितों का मानना है कि नोटिस वगैरह सिर्फ आईवाश है और यह औपचारिकता से ज्यादा नहीं है। इससे ज्यादा गंभीर आरोप तो सौरभ गांगुली पर लगे थे वे आनलाइन टीम बनाने वाली किसी कंपनी के ब्रांड राजदूत थे और अध्यक्ष पद पर रहते हुए भी आनलाइन जुए को प्रमोट करते रहे। उनका जब कुछ नहीं बिगड़ा तो बिन्नी को भी क्लीन चिट मिल जाएगी। वैसे भी भारत में क्रिकेट देश के कानून से नहीं बीसीसीआई के कानून से चलता है और बीसीसीआई ऐसा हमाम है जहां हर सियासी दल नंगा खड़ा दिखाई देता है।
(इस लेख में लेखक के विचार अपने है । इंण्डिया न्यू़ज़ स्ट्रीम के टीम का इससे कोई सम्बंध नहीं है)