नई दिल्ली । असम के दिसपुर में उल्फा (आई) आतंकी संगठन द्वारा 2024 के स्वतंत्रता दिवस पर विस्फोट की साजिश के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए ने विस्फोट की साजिश के मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
असम के दिसपुर में स्वतंत्रता दिवस 2024 को उल्फा (आई) आतंकी संगठन द्वारा आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) लगाने की साजिश के मामले में दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। आरोपियों की पहचान डिब्रूगढ़ जिले के निवासी भार्गोब गोगोई और सुमु गोगोई के रूप में हुई है, जो इस साजिश में सीधे तौर पर शामिल थे।
एनआईए के मुताबिक, आरोपियों का मकसद असम में कई जगहों पर विस्फोट कर देश की सुरक्षा और अखंडता को खतरा पहुंचाना था। इनकी गिरफ्तारी के साथ इस मामले (आरसी-03/2024/एनआईए-जीयूडब्ल्यू) में कुल तीन लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
एनआईए ने सितंबर 2024 में दिसपुर पुलिस से इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 13 जून को असम में स्वतंत्रता दिवस 2024 के दौरान कई स्थानों पर आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट की साजिश रचने के मामले में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन उल्फा (आई) के तीन सदस्यों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
एनआईए की जांच में पता चला कि ये आरोपी गुवाहाटी के दिसपुर लास्ट गेट सहित असम के कई इलाकों में स्वतंत्रता दिवस समारोह (2024 में) को बाधित करने के लिए आईईडी लगाने की साजिश में शामिल थे।
बता दें कि असम के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट ने अपने बयान में दावा किया था कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस से संबंधित कार्यक्रमों को बाधित करने के मकसद से राज्यभर में 19 बम प्लांट किए थे।
बयान में आगे कहा गया था कि वे स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुबह छह बजे से लेकर 12 बजे तक कई स्थानों पर बम ब्लास्ट करके अपनी ताकत दिखाना चाहते थे।
फिलहाल इस मामले में जांच अभी जारी है।
—आईएएनएस