बेंगलुरु, 10 दिसम्बर (आईएएनएस)| कर्नाटक सरकार ने 30 करोड़ रुपये की लागत से काशी में गंगा आरती की तर्ज पर तुंगभद्रा नदी के तट पर राज्य में तुंगा आरती मंतप बनाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गुरुवार को यह घोषणा की।
हरिहर स्थित पंचमसाली गुरुपीठ द्वारा आयोजित हारा जात्रे के लोगो, ऑडियो रिकॉर्ड और टी-शर्ट का विमोचन करने के बाद उन्होंने कहा कि यह परियोजना 14 और 15 जनवरी को हारा जात्रे के हिस्से के रूप में शुरू की जाएगी।
आध्यात्मिक क्षेत्र में हारा का अर्थ है शक्ति, नियमित जीवन में इसका अर्थ है सर्वशक्तिमान ईश्वर जो दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान करता है। हारा में आस्था रखने वालों को उनकी सभी समस्याओं का समाधान मिलेगा।
बोम्मई ने कहा कि पंचमसाली समुदाय का एक लंबा इतिहास रहा है। यह मुख्य रूप से कृषि प्रधान समुदाय है। लेकिन 21वीं सदी की जरूरतों के हिसाब से उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की है, और कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
समुदाय के लिए सामाजिक न्याय देने का जिक्र करते हुए बोम्मई ने कहा कि सरकार समुदाय के लिए श्रेणी 2ए पिछड़ा वर्ग आरक्षण प्रदान करने की मांग पर उचित निर्णय लेगी।
–आईएएनएस