सियोल : दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने रविवार को कोरियाई प्रायद्वीप के दक्षिण में संयुक्त हवाई अभ्यास किया। इसमें कम से कम एक बी-1बी बमवर्षक भी शामिल था। दक्षिण कोरिया की सेना ने यह जानकारी दी। पिछले सप्ताह उत्तर कोरिया के अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) लॉन्च के बाद यह तीनों देशों का शक्ति प्रदर्शन था।
बता दें उत्तर कोरिया ने गुरुवार को पूर्वी सागर में नई ह्वासोंग-19 आईसीबीएम को दागा, जो इस साल लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का पहला लॉन्च था।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, त्रिपक्षीय अभ्यास दक्षिण कोरिया के दक्षिणी द्वीप जेजू के पूर्वी जलक्षेत्र में हुआ।
संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने अनुसार, अभ्यास में भारी बमवर्षक विमान ने अपनी ‘जबरदस्त’ क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए एक नकली टारगेट पर हमला भी किया। हालांकि इसमें शामिल बी-1बी विमानों की संख्या के बारे में नहीं बताया गया।
जेसीएस ने एक विज्ञप्ति में कहा, “यह अभ्यास 31 अक्टूबर को उत्तर कोरिया द्वारा आईसीबीएम लॉन्च किए जाने के जवाब में किया गया। तीनों देशों के बीच धीरे-धीरे बढ़ते सुरक्षा सहयोग के बीच, हम उत्तर कोरिया के खतरों को रोकने और उनका संयुक्त रूप से जवाब देने के लिए समन्वय को मजबूत करेंगे।”
जेसीएस ने कहा कि यह इस साल तीनों पक्षों के बीच यह दूसरा हवाई अभ्यास है, जो उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल खतरों के खिलाफ त्रिपक्षीय सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के संयुक्त प्रयासों का नतीजा है।
इस बीच यूक्रेन की डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी ने दावा किया है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास के इलाकों में एके-12 राइफलों, मोर्टार राउंड और अन्य हथियारों से लैस 7,000 से अधिक उत्तर कोरियाई सैनिकों को तैनात किया है।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया और पश्चिमी देश यह दावा कर रहे हैं रूस में कथित तौर पर उत्तर कोरियाई सैनिक तैनात हैं जो जल्द ही यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में उतर सकते हैं, जिससे यूरोप और हिंद-प्रशांत क्षेत्र दोनों के लिए बड़ा सुरक्षा खतरा पैदा हो जाएगा।
–आईएएनएस