गुरुग्राम : केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, पुरुषोत्तम रूपाला ने में मत्स्य पालन स्टार्ट-अप को पोषित करने के लिए 3.23 करोड़ की लागत से आज हरियाणा के गुरुग्राम में देश के अपनी तरह के पहले, समर्पित बिजनेस इनक्यूबेटर का उद्घाटन किया, जिसे फिशरीज बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर के रूप में जाना जाएगा।
केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला बताया कि भविष्य में मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए यह ‘मील का पत्थर’ साबित होगा। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले साल शुरू की गई केंद्रीय प्रमुख प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत इस बिजनेस इनक्यूबेटर का तेजी से विकास होगा।
रूपाला ने कहा कि पशुधन क्षेत्र आज भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें कृषि और संबद्ध क्षेत्र के सकल मूल्य का एक तिहाई हिस्सा शामिल है और इसकी वार्षिक वृद्धिदर 8 प्रतिशत से अधिक है। साथ ही, लाखों लोगों को सस्ता और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के अलावा पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन गतिविधियां किसानों की आय पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, विशेष रूप से भूमिहीन, छोटे और सीमांत किसानों और महिलाओं के बीच।
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में पशुपालन गतिविधियों में शामिल भूमिहीन, छोटे और सीमांत किसानों और महिलाओं को सम्मानजनक मान्यता प्रदान करना और उनकी संस्थागत ऋण आवश्यकता को पूरा करना समय की आवश्यकता है। केसीसी के माध्यम से कार्यशील पूंजी की जरूरत है, ताकि क्षेत्र की क्षमता का दोहन किया जा सके और रोजगार सृजन और आय में वृद्धि हो सके।
इस अवसर पर रूपाला ने लाइनैक परिसर में सरदार पटेल सभागार का भी उद्घाटन किया। कार्यक्रम के अवसर पर पूर्व केंद्रीय मत्स्य सचिव, डॉ राजीव रंजन, एरोमैजिक, अध्यक्ष, ब्लॉसम कोचर, एनएफडीबी के मुख्य कार्यकारी, डॉ सी सुवर्णा, एनईडीएसी बैंकॉक के निदेशक डॉ केआर सालिन और सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश वैद्य उपस्थित थे।
——- इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम