नई दिल्ली। देश में रंगकर्म के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान “राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय”(एनएसडी) के छात्र पिछले चार दिन से अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं पर उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
6 अक्टूबर की सबह साढ़े आठ बजे इन छात्रों ने अपनी जायज मांगों को लेकर भूख हड़ताल शुरू की और उनमें से एक छात्र आदित्य शास्त्री की हालत नाजुक भी हो गयी है।
ये छात्र एनएसडी का स्थायी निदेशक नियुक्त करने, शिक्षकों के खाली पदों को भरने ,पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने आदि की मांग कर रहे हैं तथा छात्रों के नाटकों में बजट कम किये जाने का विरोध भी कर रहे हैं।
एनएसडी छात्र संघ के अध्यक्ष जुनैद अहमद द्वारा जारी एक विज्ञपति के अनुसार पिछले 4 साल से एनएस डी का कोई स्थायी निदेशक नियुक्त नहीं किया गया और सरकार हर बार अपने एक अधिकारी को अन्तरिम निदेशक बना देती है जो रंगकर्म से जुड़ा कोई व्यक्ति नहीं है। स्थायी निदेशक पद के लिए दो दो बार इंटरव्यू हुए पर किसी का चयन नहीं किया गया।
श्री जुनैद का कहना है कि हम लोग अपनी मांगों को लेकर एनएसडी के अध्यक्ष परेश रावल को पत्र लिखते रहे हैं पर उन्होंने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो मजबूर होकर हम हड़ताल करने पर मजबूर हुए हैं।
विज्ञपति में कहा गया है कि एनएसडी एक राष्ट्रीय महत्व की शीर्ष संस्था है और उसका एक गौरवशाली इतिहास रहा है इसलिए निदेशक पद पर कोई योग्य और कुशल तथा दृष्टिवान रंगकर्मी ही अध्यक्ष बने जो संस्थान को ठीक से चला सके एवम छात्रों की समस्या को सुलझा सके।
छात्रों का कहना है कि अभी कुल 11 पद शिक्षकों के रिक्त हैं जिनमें दो प्रोफेसर 7 एसोसिएट और दो सहायक प्रोफेसर के पद हैं।
उनका यह भी कहना है कि निदेशक और शिक्षकों की नियुक्ति में पूरी पारदर्शिता बरती जाए तथा योग्य व्यक्तियों का ही चयन हो।विज्ञपति में
एनएसडी के रजिस्ट्रार को हटाने की भी मांग की गई है और एनएसडी के अध्यक्ष परेश रावल को छात्रों के लिए दिल्ली में उपलब्ध रहने का भी अनुरोध किया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर छात्र उनसे मिल सकें और अपनी बात कह सकें।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि छात्रों को नाटकों के प्रोडक्शन के लिए जो बजट है उसमें भी कटौती की गई है।इससे छात्रों को नाटक करने में दिक्कत हो रही है।
छात्रों ने आरोप लगाया है कि कुछ अयोग्य शिक्षकों के कारण संस्थान की प्रतिष्ठा को धक्का पहुंच रहा है तथा अतिथि शिक्षकों को ठहरने के लिए आवास की सुविधा न होने तथा उन्हें उचित पारिश्रमिक न मिलने सेछात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही। छात्र 6 माह से अपने सिलेबस की मांग कर रहे है ।प्रशासन का कहना है कि वह सिलेबस पुराना हो गया पर नया सिलेबस भी उपलब्ध नहीं किया जा रहा।
इस बीच एनएसडी कर्मचारी संघ ने भी श्री परेश रावल को एक पत्र लिखकर अपनी मांगें रखी हैं।संघ के अध्यक्ष रामावतार मीणा ने एनएसडी का अपना नया भवन बनाने कर्मचारियों और शिक्षकों के वेतनमान का स्केल देने छात्रों की सीट बढ़ाने की मांग की है और कहा है कि इस संस्थान में एक कुशल प्रशासक नियुक्त कर संस्था को ऊंचाई पर ले जाया जाए क्योंकि यह संस्था काफी सालों से अपनी प्रतिष्ठा खो चुकी है।
–इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम