नई दिल्ली : देश के सभी स्कूली छात्रों को अपनी भाषा में शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने एनसीईआरटी को 22 भारतीय भाषाओं में नई पाठ्य पुस्तकें छापने का निर्देश दिया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कल नए राष्ट्रीय करिकुलम फ्रेमवर्क और नई पाठ्य पुस्तकों के लिए आहूत बैठक में यह निर्देश दिया। बैठक में शिक्षा सचिव संजीव कुमार के अलावा एनसीईआरटी और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा करिकुलम फ्रेमवर्क संचालन समिति के सदस्य भी मौजूद थे ।
श्री धर्मेंद्र प्रधान ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि संविधान की आठवीं सूची में जिन 22 भारतीय भाषाओं का उल्लेख है ,उन भाषाओं में एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों को छापा जाए ।उन्होंने यह भी कहा कि इन भाषाओं में पुस्तकों का छापा जाना राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति के अनुरूप होगा।
श्री प्रधान ने कहां कि एनसीईआरटी ने ओपन स्कूलों में शिक्षकों तथा बच्चों के लिए पढ़ने पढ़ाने की जो सामग्री “जादुई पिटारा” विकसित की है उसे हर स्कूल में पहुंचाया जाए ताकि बच्चे शिक्षा को सृजनात्मक माध्यम से पढ़ सकें।
शिक्षा मंत्री ने स्कूली शिक्षा में नवाचार उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा में सृजनात्मकता को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत पर बल दिया और इसे आंदोलन बनाने की अपील की ताकि युवा वर्ग जुड़े एवम बेहतर सामग्री तैयार हो।
इंडिया न्यूज स्ट्रीम