इस्लामाबाद: पाकिस्तान के गृहमंत्री राना सनाउल्लाह ने मंगलवार को कहा कि वजीराबाद हमले में पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान अपनी मांगों के अनुसार एफआईआर चाहते हैं। सनाउल्लाह ने कहा, “वह (इमरान) प्राथमिकी दर्ज नहीं करा सकते और क्रांति लाना चाहते हैं।”
रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करने के लिए किसी तरह का सबूत होना चाहिए और अगर किसी को पीटीआई की मांगों के अनुसार चलना है, तो वह मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ भी मामला दर्ज कर सकता है।
उन्होंने कहा कि अब तक केवल एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है और कोई दूसरा संदिग्ध नहीं है।
अहसान इकबाल पर हमले को याद करते हुए सनाउल्लाह ने कहा कि संदिग्ध की उसी तरह की प्रेरणा थी, क्योंकि वह ‘आत्म-प्रेरित’ था और किसी भी राजनीतिक या धार्मिक समूह से जुड़ा नहीं था।
मंत्री ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के लंबे मार्च को ‘फितना मार्च’ बताते हुए कहा कि पार्टी समर्थक यह कहकर इस्लामाबाद, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में खुद पार्टी के लिए परेशानी पैदा कर रहे थे कि महज ‘कुछ हजार लोग’ ही पीटीआई के मार्च में शामिल हुए।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सनाउल्लाह ने कहा कि सड़क बंद होने और विरोध के कारण नागरिकों को काम पर जाने, बच्चों को स्कूल से लाने और अस्पतालों जैसी आवश्यक सेवाओं में आने में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सनाउल्लाह ने प्रांतीय सरकारों से अपने संवैधानिक कर्तव्य को पूरा करने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मोटरमार्ग और रास्ते खुले रहें और प्रदर्शनकारियों का ‘बचाव’ न करें, वरना इसका बुरा नतीजा होगा।
वजीराबाद में हाल ही में सरकार विरोधी रैली में खान की हत्या का प्रयास किया गया था, जिसके विरोध में पीटीआई समर्थकों ने दूसरे दिन भी इस्लामाबाद के पास सड़कों को जाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया और स्कूलों को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पीटीआई समर्थकों ने सोमवार देर रात इस्लामाबाद के आसपास की प्रमुख सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने इस्लामाबाद के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे और राजधानी को लाहौर और पेशावर से जोड़ने वाले राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, टेलीविजन फुटेज में समर्थकों को सड़कों पर विरोध शिविर लगाते और टायर जलाते हुए दिखाया गया है।
–आईएएनएस