नई दिल्ली। भारत में कार्यरत बाहरी देशों की महिला राजदूतों का पहला सम्मेलन आज यहां आयोजित किया गया। यह पहला अवसर है जब इस तरह महिला राजदूतों का राजधानी में कोई सम्मेलन आयोजित किया गया है।
केंद्रीय संस्कृति एवं विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने आजादी के 75 वें वर्षगांठ के अवसर पर इस सम्मेलन को आयोजित किया था। इसका उद्देश्य राजनयिक क्षेत्र में लैंगिक समानता को स्थापित करना और महिला सशक्तिकरण करना था। इस मौके पर प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना शोभना नारायण और पापिया देसाई के नृत्य दल ने नृत्य के कार्यक्रम पेश किए।
लेखी ने महिला राजदूतों को संबोधित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम है इसलिए जो महिला राजदूत हैं उन्हें रेखांकित करने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता प्राथमिक रूप से मानवाधिकार की अवधरणा है और इस समानता से ही दुनिया को सुंदर बनाया जा सकता है और शांति स्थापित हो सकती है तथा सतत विकास संभव है।
उन्होंने बताया कि नवरात्रि के अवसर पर यह सम्मेलन इन महिला राजदूतों के लिए विशेष महत्व रखता है। सम्मेलन में इन महिला राजनेताओं को नवरात्रि के भोजन और व्यंजन परोसे गए।। समारोह में महिला राजदूतों के अलावा पुरुष राजदूतों की पत्नियों और विदेश मंत्रालय तथा संस्कृति मंत्रालय की महिला अधिकारी भी उपस्थित थी। महिला राजदूतों के समूह की स्थापना भारत में फ़िनलैंड की महिला राजदूत ने की है।