नई दिल्ली : एक महीने के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौथी बार उत्तर प्रदेश के दौरे पर जा रहे हैं। पूर्वांचल के कई दौरों के बाद इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवंबर को बुंदेलखंड के दौरे पर जा रहे हैं। शुक्रवार को मिशन बुंदेलखंड को लेकर पीएम मोदी महोबा और झांसी का दौरा करेंगे। अपने इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री बुंदेलखंड के महोबा में 6250 करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी झांसी में ‘राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व’ में शामिल होकर रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के अभियान को बढ़ाना देने के लिए महत्वपूर्ण परियोजना की शुरूआत करने के साथ-साथ स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किए गए हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, ड्रोन और नौसेना के जहाजों के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट भारतीय सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों को औपचारिक रूप से सौंपेंगे और साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बने ‘अटल एकता पार्क’ का उद्घाटन भी करेंगे।
19 नवंबर को बुंदेलखंड के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6250 करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे , पानी की कमी की समस्या को दूर करने और किसानों को आवश्यक राहत देने के लिए महोबा में अनेक परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और साथ ही झांसी में 600 मेगावाट के अल्ट्रा मेगा सोलर पावर पार्क की आधारशिला भी रखेंगे।
बुंदेलखंड , लंबे अरसे से पानी की कमी की समस्या से जुझ रहा है। इस समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए पीएम मोदी महोबा में 3250 करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं ( अर्जुन सहायक परियोजना, रतौली वियर परियोजना, भवानी बांध परियोजना और मझगांव-मिर्च छिड़काव परियोजना ) का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने से महोबा, हमीरपुर, बांदा और ललितपुर जिलों में लगभग 65000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई में मदद मिलेगी, जिससे क्षेत्र के लाखों किसान लाभान्वित होंगे और साथ इस इलाके में रहने वाले लोगों को पीने योग्य पानी भी मिलने लगेगा।
महोबा के कार्यक्रम के पश्चात पीएम मोदी 19 नंवबर को ही शाम में झांसी पहुंचकर गरौठा में 600 मेगावाट के अल्ट्रा मेगा सोलर पावर पार्क की आधारशिला रखेंगे। जिसका निर्माण 3000 करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत से किया जा रहा है, और यह सस्ती बिजली एवं ग्रिड स्थिरता के रूप में दोहरे लाभ प्रदान करने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री झांसी में ही भाजपा के दिग्गज नेता रह चुके पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखे गए ‘अटल एकता पार्क’ का भी उद्घाटन करेंगे। लगभग 40,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले हुए इस पार्क में एक पुस्तकालय के साथ-साथ अटल बिहारी वाजपेयी की एक प्रतिमा भी लगाई गई है। इस प्रतिमा का निर्माण प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने किया है। यह पार्क 11 करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत से बनाया गया है।
झांसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व’ कार्यक्रम में शिरकत करते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के अभियान को बढ़ाना देने के लिए महत्वपूर्ण परियोजना की शुरूआत करेंगे , स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किए गए हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, ड्रोन और नौसेना के जहाजों के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट सशस्त्र बल सेवा प्रमुखों को औपचारिक रूप से सौंपेंगे, टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलों के लिए प्रणोदन प्रणाली का उत्पादन करने के लिए उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के झांसी खंड में 400 करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला रखेंगे और साथ ही राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीदों को वास्तविक रूप से श्रद्धांजलि देने की सुविधा राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
आपको बता दें कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह के हिस्से के रूप में झांसी में 17 से 19 नवंबर तक यह ‘राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व’ मनाया जा रहा है। इसी कार्यक्रम में शिरकत करते हुए पीएम मोदी रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए, औपचारिक रूप से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किए गए उपकरणों को सशस्त्र बलों के सेवा प्रमुखों को सौंपेंगे। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की डिजाइन और विकसित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) को पीएम मोदी औपचारिक तौर पर वायु सेना प्रमुख को सौंपेगें जबकि थल सेनाध्यक्ष को भारतीय स्टार्टअप द्वारा डिजाइन और विकसित किए गए ड्रोन/यूएवी को सौंपा जाएगा। इसके अलावा डीआरडीओ द्वारा डिजाइन किया गया और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) द्वारा नौसेना के जहाजों के लिए निर्मित उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट को नौसेनाध्यक्ष को सौंपा जाएगा।
आपको बता दें कि एलसीएच में प्रभावी लड़ाकू भूमिकाओं के लिए उन्नत तकनीकों और कई प्रकार की सुविधाओं को शामिल किया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा भारतीय यूएवी की तैनाती भी भारतीय ड्रोन उद्योग इकोसिस्टम की बढ़ती परिपक्वता का प्रमाण है। उन्नत ईडब्ल्यू सूट का उपयोग विभिन्न नौसैनिक जहाजों में किया जाएगा, जिनमें विध्वंसक, युद्धपोत आदि शामिल हैं।
एनसीसी के पूर्व छात्रों को एनसीसी के साथ फिर से जोड़ने में सक्षम बनाने के लिए एक औपचारिक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री एनसीसी पूर्व छात्र संघ का भी शुभारंभ करेंगे। यह संघ एनसीसी के उद्देश्यों को आगे बढ़ाएगा और राष्ट्र निर्माण में सहायता करेगा। यह संघ प्रधानमंत्री को एक पूर्व एनसीसी कैडेट के रूप में एसोसिएशन के पहले सदस्य के रूप में नामांकित भी करेगा।
–आईएएनएस