अखिलेश यादव की जिस सभा में योगी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी समाजवादी पार्टी में शामिल हुए, उसमें भारी भीड़ उमड़ी। यह सभा वर्चुअल होनी थी, पर बड़ी तादाद में नेता-कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए। चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम को जांच के आदेश दिए। इसके बाद लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने एक टीम को भेजकर वीडियोग्राफी कराई है। डीएम अभिषेक का कहना है कि समाजवादी पार्टी का कार्यक्रम बिना अनुमति के किया गया है। सूचना मिलने पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस टीम को सपा दफ़्तर भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार पर ज़रूरी कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना की तीसरी लहर के बीच हो रहे यूपी विधानसभा चुनाव में संक्रमण की रोकथाम को लेकर चुनाव आयोग ने गाइडलाइन जारी की है। सभी दलों को इन गाइडलाइंस का पालन करते हुए चुनाव प्रचार करना है पर आज सपा कार्यालय पर सदस्यता समारोह में हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई। दरअसल मौका था, स्वायमी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी सहित छह विधायकों के सपा ज्वाअइन करने का। इन सबने पिछले दिनों बीजेपी छोड़कर आज सपा ज्वासइन की है। इस मौके पर पार्टी की ओर से वर्चुअल रैली का आयोजन किया गया था।
कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर के मुताबिक, जहां पर भी भीड़ इकट्ठा हो रही है वहां पर पुलिस को भेजकर कोविड के नियमों का पालन करवाया जा रहा है। सपा कार्यालय के के बाहर भी सोशल मीडिया पर सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस को भेजकर कोविड प्रोटोकाल का पालन करवाया गया था।
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने साफ कर दिया था कि किसी भी राज्य में रैलियों और रोड शो के आयोजन की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा किसी नुक्कड़ सभा का आयोजन भी सार्वजनिक स्थानों पर नहीं किया जा सकेगा। साइकिल रैली और बाइक रैली और पदयात्रा जैसी चीजों पर भी रोक रहेगी। बाइक रैली पर भी पाबंदी रहेगी। रात 8 बजे के बाद चुनाव प्रचार पर रोक रहेगी। चुनाव आयोग ने चुनावी पार्टियों से कहा है कि वो ज्यादा से ज्यादा वर्चुअल रैली या डिजीटल रैली पर जोर दें। ये सभी पाबंदियां 15 जनवरी तक के लिए लागू की गई थीं।
——– इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम