इस्लामाबाद, 3 अप्रैल (आईएएनएस)| पाकिस्तान के पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने रविवार को कहा कि संघीय मंत्रिमंडल को भंग कर दिया गया है, लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत अपने कर्तव्यों को जारी रखेंगे। हुसैन ने हालांकि अधिक जानकारी नहीं दी।
इससे पहले रविवार को, नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ बहुप्रतीक्षित अविश्वास प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह संविधान के अनुच्छेद 5 के विपरीत है।
बर्खास्तगी के कुछ ही मिनटों बाद एक टेलीविजन संबोधन में, खान ने घोषणा की कि उन्होंने राष्ट्रपति अल्वी को सभी असेंबली को भंग करने की सलाह दी थी, जिससे मध्यावधि चुनाव का मार्ग प्रशस्त हुआ।
राष्ट्रपति ने प्रस्ताव पर ध्यान देते हुए नेशनल असेंबली को भंग कर दिया और सूत्रों के अनुसार 90 दिनों की अवधि के भीतर चुनाव होंगे।
पाकिस्तान में 90 दिनों में होंगे चुनाव
पाकिस्तान के पूर्व सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री फारुख हबीब ने रविवार को कहा कि 90 दिनों में चुनाव होंगे क्योंकि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह पर नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है। ये जानकारी दुनिया न्यूज की रिपोर्ट से सामने आई है। रविवार को, एनए के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ बहुप्रतीक्षित अविश्वास प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह संविधान के अनुच्छेद 5 के विपरीत है।
इस बर्खास्तगी के कुछ ही मिनटों बाद एक टेलीविजन संबोधन में खान ने घोषणा की है कि उन्होंने राष्ट्रपति अल्वी को सभी असेंबली को भंग करने की सलाह दी थी, जिससे मध्यावधि चुनाव का मार्ग प्रशस्त हुआ।
राष्ट्रपति ने प्रस्ताव पर ध्यान देते हुए चुनाव का मार्ग प्रशस्त करते हुए, नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है।
इमरान की सलाह पर राष्ट्रपति ने दी नेशनल असेंबली को भंग करने की मंजूरी
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रस्ताव के तुरंत बाद नेशनल असेंबली (एनए) को भंग कर दिया। ये जानकारी जियो न्यूज रिपोर्ट से सामने आई है। एनए के उपाध्यक्ष कासिम सूरी द्वारा रविवार को प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के बाद, खान ने घोषणा की है कि उन्होंने राष्ट्रपति अल्वी को सभी असेंबली को भंग करने की सलाह दी थी, जिससे मध्यावधि चुनाव का रास्ता तैयार हुआ।
असेंबली भंग करने की आधिकारिक अधिसूचना पहले ही जारी की जा चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक 90 दिनों के अंदर चुनाव होंगे।
अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद राष्ट्र के नाम अपने संक्षिप्त संबोधन में प्रीमियर ने कहा, “चुनावों की तैयारी करें। कोई भी भ्रष्ट ताकत तय नहीं करेगी कि देश का भविष्य क्या होगा। जब असेंबली भंग हो जाएंगी, तो प्रक्रिया अगले चुनाव और कार्यवाहक सरकार के लिए शुरू होंगी।”
“मैं देश को बधाई देना चाहता हूं कि स्पीकर नेशनल असेंबली ने शासन परिवर्तन के एक कदम को खारिज कर दिया है ।”