विशेषज्ञ जोशीमठ आपदा के लिए बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विकास को जिम्मेदार ठहराते हैं

नई दिल्ली : उत्तराखंड के जोशीमठ में सड़कों और घरों में दरारें मुख्य रूप से हिमालय जैसे बेहद नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र में हो रहे बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विकास के कारण हैं। विशेषज्ञों ने रविवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन एक गुणक (मल्टीप्लायर) ताकत है।

हालांकि, एक स्थानीय पर्यावरण कार्यकर्ता ने जोशीमठ और उसके आसपास कई सुरंगों और जलविद्युत परियोजनाओं को अपूरणीय क्षति के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उनकी आवाज को खुले तौर पर नजरअंदाज किया गया है।

भारती इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के अनुसंधान निदेशक और सहायक एसोसिएट प्रोफेसर व आईपीसीसी रिपोर्ट के प्रमुख लेखक अंजल प्रकाश ने आईएएनएस को बताया कि जलवायु परिवर्तन एक वास्तविकता बन रहा है। स्थानीय अधिकारी पर्यावरण के साथ इस हद तक खिलवाड़ कर रहे हैं जो अपरिवर्तनीय है।

उन्होंने कहा, “जोशीमठ समस्या के दो पहलू हैं – पहला बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का विकास है, जो हिमालय जैसे बहुत ही नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र में हो रहा है और यह एक तरह से बिना किसी नियोजन प्रक्रिया के हो रहा है।”

उन्होंने कहा, “दूसरी बात, जलवायु परिवर्तन एक बल गुणक है। जिस तरह से कुछ पहाड़ी राज्यों में जलवायु परिवर्तन प्रकट हो रहा है वह अभूतपूर्व है। उदाहरण के लिए 2021 और 2022 उत्तराखंड के लिए आपदा के वर्ष रहे हैं। अत्यधिक वर्षा जैसी कई जलवायु जोखिम घटनाएं दर्ज की गई हैं, जो भूस्खलन का कारण बनती हैं।”

अंजल प्रकाश ने कहा, “हमें पहले यह समझना होगा कि ये क्षेत्र बहुत नाजुक हैं और पारिस्थितिकी तंत्र में छोटे बदलाव या गड़बड़ी गंभीर आपदाओं को जन्म देगी, जो हम जोशीमठ में देख रहे हैं। वास्तव में, हिमालयी क्षेत्र में यह इतिहास का एक विशेष बिंदु है, जिसे इस रूप में याद किया जाना चाहिए।”

हीम, अर्नोल्ड और ऑगस्ट गांसर की पुस्तक ‘सेंट्रल हिमालय’ के अनुसार, चमोली जिले का जोशीमठ कस्बा भूस्खलन के मलबे पर बसा है। कुछ घरों ने पहले ही 1971 में दरारों की सूचना दी थी, जिसके बाद एक रिपोर्ट ने कुछ उपायों का सुझाव दिया था, जिसमें मौजूदा पेड़ों का संरक्षण और अधिक पेड़ लगाना शामिल था, जिन पत्थरों पर शहर स्थित है, उन्हें छुआ नहीं जाना चाहिए और सीमेंट कंक्रीट (आरसीसी) से मजबूत करना चाहिए।

वाई.पी. एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रमुख सुंदरियाल ने आईएएनएस को बताया कि इन उपायों का कभी पालन नहीं किया गया। कई विशेषज्ञों ने उल्लेख किया है कि पारंपरिक आवास निर्माण प्रौद्योगिकियां नवनिर्मित बुनियादी ढांचे की तुलना में भूकंप और भूस्खलन का अधिक मजबूती से सामना करने में सक्षम हैं।

मौजूदा हालात के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, जोशीमठ में चल रहा संकट मुख्य रूप से मानवजनित गतिविधियों के कारण है।

जनसंख्या में कई गुना वृद्धि हुई है और इसलिए पर्यटकों की भूमि में गिरावट आई है। इंफ्रास्ट्रक्चर भी बढ़ाया गया है और अनियंत्रित किया गया है। इसके बावजूद कस्बे में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है।

सुंदरियाल के मुताबिक, मलबे की चट्टानों के बीच महीन सामग्री के क्रमिक अपक्षय के अलावा, पानी के रिसाव ने समय के साथ चट्टानों की सोखने की शक्ति को कम कर दिया है। इसी वजह से भूस्खलन हुआ है, जिससे घरों में दरारें आ गई हैं।

दूसरे, पनबिजली परियोजनाओं के लिए इन सुरंगों का निर्माण ब्लास्टिंग, स्थानीय भूकंपीय झटके पैदा करने, चट्टानों के ऊपर से मलबा हिलाने, फिर से दरारें पैदा करने के माध्यम से किया जा रहा है।

स्थानीय पर्यावरण कार्यकर्ता अतुल सत्ती ने कहा कि वे जोशीमठ और उत्तराखंड के अन्य हिस्सों में और उसके आसपास कई सुरंगों और जलविद्युत परियोजनाओं के कारण हुई अपूरणीय क्षति के बारे में अधिकारियों को बार-बार चेतावनी देते रहे हैं।

–आईएएनएस

केजरीवाल की अंतरिम रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनाएगा फैसला

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट शराब घोटाले में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत याचिका पर शुक्रवार को फैसला सुना सकता है। बुधवार को जस्टिस...

भाजपा की पूरी मशीनरी राहुल के बारे में झूठ फैलाने में जुटी : प्रियंका गांधी

बछरावां । कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को रायबरेली के बछरावां में राहुल गांधी के पक्ष में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि...

सैम पित्रोदा के बयान पर विवाद बढ़ता देख कांग्रेस ने किया किनारा

नई दिल्ली । इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों की तुलना विदेशी नस्लों के लोगों से करने पर विवाद बढ़ने के बाद...

‘पीएसयू को कांग्रेस ने बिगाड़ा, हमने संवारा’, वित्त मंत्री का आंकड़ों के साथ राहुल गांधी को करारा जवाब

नई दिल्ली । केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के दावों का खुलकर जवाब दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस...

नगरपालिकाओं के चयनित सदस्यों को लोक सेवक या उनके राजनीतिक आका मनमाने तरीके से नहीं हटा सकते : सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि नगरपालिकाओं के चयनित सदस्यों को लोक सेवकों या उनके राजनीतिक आकाओं की मर्जी से सिर्फ इसलिए नहीं हटाया जा सकता कि...

हिजबुल्ला के हमले में इजराइल के दो रिजर्व सैनिकों की मौत

तेल अवीव/बेरूत । इजराइली सेना ने मंगलवार को कहा कि लेबनानी शिया मिलिशिया हिजबुल्ला के ड्रोन हमले में दो इजराइल के दो रिजर्व सैनिक मारे गए। सेना ने कहा कि...

पाकिस्तान का दावा, देश में टारगेटेट हत्याओं के पीछे भारत का हाथ

इस्लामाबाद । इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक (डीजी) मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने मंगलवार को कहा कि हाल में देश में हुई टारगेटेड हत्याओं में पाकिस्तान के पास...

लोकसभा चुनाव : तीसरे चरण में रात आठ बजे तक 61.45 प्रतिशत मतदान

नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को एक बार फिर 60 फीसदी से ज्यादा मतदान की सूचना है। चुनाव आयोग ने बताया कि रात आठ बजे...

लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस का विभाजन, कर्नाटक में उपचुनाव संभव : सीसी पाटिल

गडग । कर्नाटक के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता सीसी पाटिल ने कांग्रेस को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी...

यौन उत्पीड़न की शिकायत : राज्यपाल ने राजभवन के कर्मियों को पुलिस के साथ संपर्क से बचने को कहा

कोलकाता । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने रविवार को कोलकाता में राजभवन के स्टाफ सदस्यों को एक अस्थायी महिला कर्मचारी द्वारा उनके खिलाफ पुलिस में दर्ज कराई...

कांग्रेस को भरूच से चुनाव लड़ना चाहिए था, आप के साथ गठबंधन पार्टी के लिए खतरनाक : रोहन गुप्ता

सूरत । हाल में ही कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले रोहन गुप्ता ने अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी...

पीएम मोदी के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करना दुखद, राहुल गांधी के बयान पर भाजपा का पलटवार

नई दिल्ली । भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समुद्र के नीचे जाकर द्वारका का दर्शन करने को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान की...

admin

Read Previous

यूपी की जेल से रिहा हुए 98 साल के कैदी को जेल स्टाफ ने दी विदाई

Read Next

मस्क ने ट्विटर में इंटरफेस को लेकर किए बड़े ऐलान, फरवरी से होंगे बदलाव

Leave a Reply

Your email address will not be published.

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com