हैदराबाद । तेलंगाना के सिनेमेटोग्राफी मंत्री कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने मंगलवार को कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि यदि आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण अपने “तेलंगाना के खिलाफ अपमानजनक” बयान पर माफी नहीं मांगते हैं, तो राज्य में उनकी फिल्मों की रिलीज रोक दी जाएगी।
मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि पवन कल्याण की किसी भी फिल्म को थिएटर्स में तभी दिखाया जाएगा, जब वह बिना शर्त माफी मांगेंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर पवन कल्याण माफी मांगते हैं तो उनकी फिल्में कम से कम दो दिन चल जाएंगी, लेकिन अगर माफी नहीं मांगी तो तेलंगाना में कहीं भी फिल्म रिलीज नहीं होगी। मैं यह बात सिनेमेटोग्राफी मंत्री के तौर पर कह रहा हूं।”
वेंकट रेड्डी ने स्पष्ट किया कि यह मामला मेगास्टार चिरंजीवी से जुड़ा नहीं है। उन्होंने कहा, “चिरंजीवी बेहद शांत स्वभाव के व्यक्ति हैं और विवादों से दूर रहते हैं। मुद्दा केवल पवन कल्याण का है।” मंत्री के अनुसार, पवन कल्याण राजनीति में नए हैं और उपमुख्यमंत्री बनने के बाद से लगातार विवादित बयान दे रहे हैं।
तेलंगाना के 12 वर्ष पूरे होने के अवसर पर बयान देते हुए पवन कल्याण ने कोनसीमा क्षेत्र में सूखते नारियल के पेड़ों को “बुरी नजर” का असर बताया था। माना जा रहा है कि उन्होंने यह टिप्पणी राज्य पुनर्गठन की ओर इशारा करते हुए की थी।
उनके इस बयान से तेलंगाना के नेताओं में कड़ी नाराजगी देखी गई।
पशुपालन मंत्री वक्काटि श्रीहरि ने कहा कि पवन कल्याण तेलंगाना के शानदार विकास को “पचा नहीं पा रहे” हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री राजनीतिक फायदे के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं और उन्हें तुरंत अपने शब्द वापस लेने चाहिए।
कांग्रेस विधायक जे. अनिरुद्ध रेड्डी ने भी पवन कल्याण से बिना शर्त माफी की मांग की। उन्होंने कहा, “अगर तेलंगाना ने गोदावरी और कोनसीमा पर बुरी नजर डाली है, तो पवन कल्याण हैदराबाद में क्यों रह रहे हैं?” उन्होंने चुनौती दी कि पवन कल्याण अपनी हैदराबाद की संपत्तियां बेचकर विजयवाड़ा चले जाएं।
–आईएएनएस











