महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा का एक बड़ा केंद्र बनेगा-प्रधानमंत्री
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मंगलवार को राजा महेन्द्रय प्रताप सिंह विश्व4विद्यालय और डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यारस किया। अलीगढ़ के लिए, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए बहुत बड़ा दिन है। आज राधा अष्टमी भी है। ये अवसर आज के इस दिन को और भी पुनीत बनाता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा सौभाग्य है कि विकास के इतने बड़े कार्यों की शुरुआत आज इस पवित्र दिन (राधा अष्टमी) से हो रही है। हमारे संस्कार हैं कि जब कोई शुभ कार्य होता है तो हमें अपने बडे अवश्य याद आते हैं। मैं आज इस धरती के महान सपूत, स्वर्गीय कल्याण सिंह की अनुपस्थिति बहुत ज्यादा महसूस कर रहा हूं। आज कल्याण सिंह हमारे साथ होते तो राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय और डिफेंस सेक्टर में बन रही अलीगढ़ की नई पहचान को देखकर बहुत खुश हुए होते और उनकी आत्माो जहां भी होगी, हमें आशीर्वाद देती होगी।
भारत का हजारों वर्षों का इतिहास ऐसे राष्ट्रभक्तों से भरा है, जिन्होंने समय-समय पर भारत को अपने तप और त्याग से दिशा दी है। हमारी आजादी के आंदोलन में ऐसे कितने ही महान व्यक्तित्वों ने अपना सब कुछ खपा दिया। लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और राष्ट्र नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया। उनकी गाथाओं को जानने से देश की कई पीढ़ियां वंचित रह गईं।
20वीं सदी की उन गलतियों को आज 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है। महाराजा सुहेलदेव हों, दीनबंधु चौधरी छोटूराम हों, या फिर अब राजा महेंद्र प्रताप सिंह , राष्ट्र निर्माण में इनके योगदान से नई पीढ़ी को परिचित कराने का ईमानदार प्रयास आज देश में हो रहा है।
राजा महेंद्र प्रताप सिंह सिर्फ भारत की आज़ादी के लिए ही नहीं लड़े, उऩ्होंने भारत के भविष्य के निर्माण की नींव में भी सक्रिय योगदान दिया था। उन्होंने अपनी देश-विदेश की यात्राओं से मिले अनुभवों का उपयोग भारत की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए किया।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा ये विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा का एक बड़ा केंद्र तो बनेगा ही, साथ ही देश में डिफेंस से जुड़ी पढ़ाई, डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग से जुड़ी टेक्नोलॉजी और मैनपावर बनाने वाला सेंटर भी बनेगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जिस तरह शिक्षा, कौशल और स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर बल दिया गया है, उससे इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बहुत लाभ होगा।
अपनी सैन्य ताकत को मज़बूत करने के लिए आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ते भारत के प्रयासों को इस विश्वविद्यालय में होने वाली पढ़ाई नई गति देगी। आज देश ही नहीं दुनिया भी देख रही है कि आधुनिक ग्रेनेड और राइफल से लेकर लड़ाकू विमान, आधुनिक ड्रोन, युद्धपोत, ये सब भारत में ही निर्मित करने का अभियान चल रहा है।इस अवसर पर शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी थे।
———— इंण्डिया न्यूज़ स्ट्रीम