चामराजनगर/बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)| पुलिस ने कहा एक 35 वर्षीय मजदूर ने बी.एस. येदुरप्पा के इस्तीफे से निराश होकर कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने कहा कि मजदूर ने सोमवार देर रात आत्महत्या कर ली।
गुंडलुपेट पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान राज्य की राजधानी बेंगलुरु से 195 किलोमीटर दूर स्थित चामराजनगर जिले के बोम्मलपुर गांव के निवासी रवि उर्फ रचप्पा के रूप में हुई है।
गांव, जिसमें 1,000 से कम घर हैं, राज्य के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक है, जहां साक्षरता दर सिर्फ 21 फीसदी है, जबकि राज्य का औसत लगभग 75.6 फीसदी है।
पुलिस ने बताया कि रवि दिहाड़ी मजदूरी करता था और वीकेंड में गांव में स्थित एक छोटी सी चाय की दुकान में मदद का काम करता था।
प्रथम ²ष्टया जांच के अनुसार, पुलिस ने दावा किया कि रवि निवर्तमान मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का बहुत बड़ा प्रशंसक था।
परिवार के सदस्य दावा कर रहे हैं कि वह येदियुरप्पा के कट्टर प्रशंसक थे, जबकि गांव के अन्य निवासियों का दावा है कि हालांकि वह येदियुरप्पा के सबसे बड़े प्रशंसक थे, लेकिन उन्होंने कुछ कर्ज लिया था।
पुलिस ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि उसने इतना बड़ा कदम किस दबाव में उठाया, क्योंकि वह साक्षर नहीं था और सुसाइड नोट अभी तक नहीं मिला है, इसलिए इस मामले में अटकलें लगाई जा रहीं हैं।
पुलिस ने कहा कि येदियुरप्पा द्वारा इस्तीफे की घोषणा के तुरंत बाद मृतक परेशान था। पुलिस ने कहा, कि येदियुरप्पा की घोषणा के बाद, वह बहुत आहत हुआ और उसने खुद को पूरे दिन पास के एक कमरे में बंद कर लिया। शायद, उसने आधी रात के दौरान फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली होगी।
पुलिस ने यह भी कहा कि अन्य कोणों से भी मामले की जांच कर रही है। यह पता चला है कि उसने कुछ कर्ज भी लिया था।
इस बीच येदियुरप्पा ने इस घटना पर हैरानी जताते हुए ट्वीट किया कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ता है और इसके लिए किसी को भी अपना कीमती जीवन गंवाने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कन्नड़ में अपने ट्वीट में कहा, “मैं विनम्रतापूर्वक अपने प्रशंसकों से इस तरह का कोई भी उग्र कदम नहीं उठाने की अपील करता हूं। यह सही नहीं है। मैं रवि के इस तरह से अपना जीवन समाप्त करने के फैसले से बहुत आहत हूं। मैं उनके प्यार से नम्र हूं, लेकिन मैं इस तरह के कदम का समर्थन नहीं करता हूं। इस तरह का कठोर कदम उठाना किसी के लिए भी सही नहीं है।”