नई दिल्ली: दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस महंगाई बेरोजगारी और अग्निपथ योजना को लेकर रैली कर रही है, जिसको राहुल गांधी समेत पार्टी के कई अन्य नेता इस रैली को संबोधित कर रहे है। इसमें देश के अन्य हिस्सों के अलावा दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए है।
हल्ला बोल रैली के मंच पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत के अलावा, मलकार्जुन खड़गे, प्रमोद तिवारी, राजीव शुक्ला, अजय माकन, भूपेंद्र हुड्डा, जय राम रमेश, अनिल चौधरी, शक्ति सिंह, शैलजा, सलमान खुर्शीद, पवन खेड़ा, तारिक अनवर, रणदीप सुरजेवाला, समेत कई वरिष्ठ नेता पहुंचे। वहीं करीब 12 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष भी मंच पर मौजूद थे।
पार्टी की ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली आरंभ होने से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘राजा मित्रों की कमाई में व्यस्त, प्रजा महंगाई से त्रस्त, आज लोगों को जरूरत का सामान खरीदने से पहले भी दस बार सोचना पड़ रहा है। इन तकलीफों के लिए सिर्फ प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम महंगाई के खिलाफ आवाजें जोड़ते जाएंगे, राजा को सुनना ही पड़ेगा।’’
राहुल गांधी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा था कि आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं बेरोजगारी, महंगाई और बढ़ती नफरत है। वहीं, रैली से एक दिन पहले शनिवार को कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर महंगाई और बेरोजगारी जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया और कहा कि वह एक सशक्त विपक्ष होने के नाते आम लोगों से जुड़े विषय को उठाती रहेगी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि कि प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते। उन्हें जनता की तकलीफें सुननी ही पड़ेंगी।
आम जनता महंगाई से परेशान है। लोगों के लिए परिवार पालना मुश्किल हो गया है। आम लोग अपनी जरूरतों की चीज नहीं खरीद पा रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार को जनता की तकलीफ नहीं दिखती।
प्रधानमंत्री जी, आप अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते। जनता की तकलीफ सुननी पड़ेगी।
हल्ला बोल रैली से पहले कांग्रेस ने ट्विटर पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस की ओर से एक वीडियो ट्वीट किया गया है। इसमें लिखा है, महंगाई के खिलाफ उठी करोड़ों आवाजें अब ‘आंधी’ बन चुकी हैं। एक ऐसी आंधी जो इस अन्यायी और निर्दयी सरकार की सत्ता उखाड़ फेंकेगी।
उधर, गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद जम्मू में आज अपनी पहली जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान वो अपनी नई पार्टी का ऐलान भी कर सकते हैं। अपने इस्तीफे में कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करने वाले आजाद रविवार को अपना हमला और तेज कर सकते हैं। गांधी की रैली के दिन ही जम्मू कश्मीर में होने जा रहे आजाद के इस कार्यक्रम से यह देखने वाली बात होगी कि क्या उस दिन कुछ और खुलासे होंगे। आजाद कह चुके हैं कि उनका इस्तीफा बस शुरुआत है। यह इस बात का संकेत है कि वह आने वाले दिनों में गांधी परिवार पर अपना प्रहार तेज करेंगे।
————— इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम