लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और निषाद पार्टी के बीच सीटों का फैसला हो गया है। निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि हमारी पार्टी यूपी में भाजपा के साथ गठबंधन में 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि वह किन जिलों में और कौन सी सीटों पर प्रत्या शी उतारेगी इसका फैसला कल यानी सोमवार को दिल्ली में भाजपा हाईकमान के साथ बातचीत के बाद लिया जाएगा। पिछले काफी दिनों से सीटों के बंटवारे को लेकर निषाद पार्टी और भाजपा के बीच खींचतान मची हुई थी।
लोकसभा चुनाव 2019 में निषाद पार्टी का भाजपा से समझौता हुआ था। तब निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद के बेटे प्रवीन निषाद को भाजपा ने संतकबीरनगर से अपना प्रत्याशी बनाया था और वे जीते भी थे। विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले भाजपा ने डॉ. संजय निषाद को एमएलसी बना दिया। अब सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है।
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने रविवार को कहा कि वे भाजपा के साथ गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश की 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन सीटों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। निषाद ने कहा कि वह उन निर्वाचन क्षेत्रों को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को दिल्ली में अमित शाह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे, जहां पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने कहा कि हमें भाजपा के साथ गठबंधन में लडऩे के लिए 15 सीटें (403 सीटों में से) मिली हैं। सीटें फाइनल है। इनमें अधिकांश सीटें पूर्वांचल में हैं और कुछ पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भी हैं। संजय निषाद ने कहा कि कुछ सीटें हैं जिन्हें हम बदलते समीकरणों के कारण बदलना चाहते हैं। हम न केवल सीट पर बल्कि जीत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसी कारण गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर सीट बदलने की बात करेंगे।
निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल यानी निषाद पार्टी का गठन 2016 में किया गया था। इसके नेता ने कहा कि हमें निषाद समुदाय के समर्थन से जीत मिलती है। निषाद समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में से एक है। निषाद ने कहा कि उनकी पार्टी ने पूरे राज्य में अपनी पैठ बना ली है। गोरखपुर, बलिया, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर, जौनपुर, भदोही, सुल्तानपुर, फैजाबाद, चित्रकूट, झांसी, बांदा, हमीपुर और इटावा जिलों में इसका काफी प्रभाव है। निषाद पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में पीस पार्टी ऑफ इंडिया, अपना दल और जन अधिकार पार्टी के साथ गठबंधन में 100 उम्मीदवार खड़े किए, लेकिन वह भदोही जिले के ज्ञानपुर में सिर्फ एक सीट जीत सकी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद गोरखपुर ग्रामीण से विधानसभा चुनाव लड़े थे और तीसरे स्थान पर आए थे।
हाल ही में विधान परिषद सदस्य बनाए गए निषाद ने गोरखपुर ग्रामीण क्षेत्र से पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा था और वह तीसरे स्थान पर रहे थे। वर्ष 2018 के गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में संजय के बेटे प्रवीण निषाद समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे और उन्होंने वहां भाजपा को शिकस्त दी थी। प्रवीण निषाद इस वक्त संत कबीर नगर से भाजपा के सांसद हैं।
———–इंडिया न्यूज स्ट्रीम