नई दिल्ली, 31 जनवरी (आईएएनएस)| भारत के स्मार्टफोन बाजार का राजस्व 2021 में 38 अरब डॉलर को पार कर गया, जिसमें 27 फीसदी (ऑन-ईयर) की वृद्धि हुई, क्योंकि शिपमेंट 11 फीसदी बढ़कर 16.9 करोड़ यूनिट तक पहुंच गया। सोमवार को एक नई रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, भारत का स्मार्टफोन बाजार खुदरा एएसपी (औसत बिक्री मूल्य) 14 प्रतिशत (ऑन-ईयर) बढ़कर 227 डॉलर (करीब 17,000 रुपये) पर पहुंच गया।
रिसर्च एनलिस्ट शिल्पी जैन ने कहा, “बजट सेगमेंट में कीमतों में वृद्धि, पुर्जो के मूल्य वृद्धि के कारण, प्रीमियम सेगमेंट पर ओईएम का बढ़ता फोकस और बढ़ते उपयोग और वित्तपोषण विकल्पों की उपलब्धता के कारण मिड-रेंज और प्रीमियम स्मार्टफोन की बढ़ती मांग ने एएसपी को बढ़ाने में योगदान दिया।”
2020 में 90 प्रतिशत की तुलना में 2021 में स्थानीय विनिर्माण ने 98 प्रतिशत शिपमेंट का योगदान करते हुए वापस उछाल दिया।
जैन ने कहा, “पीएलआई योजना भारतीय मोबाइल निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक महान बूस्टर रही है, एप्पल और सैमसंग जैसे शीर्ष खिलाड़ियों को अपने ‘मेक इन इंडिया’ पदचिह्न् को बढ़ाने और भारत को अपना निर्यात केंद्र बनाने के लिए आकर्षित करती है। इसलिए, हैंडसेट निर्यात में सालाना 2021 में 26 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।”
इसके परिणामस्वरूप भारतीय स्मार्टफोन बाजार का राजस्व 2021 में 38 बिलियन डॉलर को पार कर गया, जिसमें 27 प्रतिशत (ऑन-ईयर) की वृद्धि दर्ज की गई।
हालांकि, स्मार्टफोन निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र में आपूर्ति के मुद्दों के कारण दिसंबर तिमाही में शिपमेंट में 8 प्रतिशत (ऑन-ईयर) की गिरावट आई है।
वरिष्ठ शोध विश्लेषक प्राचिर सिंह ने कहा, “प्रमोशन और छूट के साथ-साथ बेहतर वित्तपोषण विकल्पों के कारण मध्य और उच्च कीमत के स्तरों में स्मार्टफोन की क्षमता में वृद्धि के कारण उच्च प्रतिस्थापन मांग ने 2021 में 11 प्रतिशत की वृद्धि की।”
2021 की अंतिम दो तिमाहियों में मांग ने आपूर्ति को पीछे छोड़ दिया। 2021 की चौथी तिमाही के दौरान, स्मार्टफोन बाजार में 8 प्रतिशत (ऑन-ईयर) की गिरावट आई।
सिंह ने कहा, “हमें उम्मीद है कि 2022 की पहली तिमाही के अंत तक आपूर्ति की स्थिति बेहतर होगी और सामान्य स्थिति में पहुंच जाएगी।”
शिपमेंट में 108 प्रतिशत (साल दर साल) की वृद्धि के साथ एप्पल 2021 में सबसे तेजी से बढ़ते ब्रांडों में से एक था।
इसने प्रीमियम सेगमेंट (30,000 रुपये से अधिक) में 44 फीसदी हिस्सेदारी के साथ अपनी बढ़त बनाए रखी।
त्योहारी सीजन के दौरान आक्रामक ऑफर, आईफोन 12 और आईफोन 13 की मजबूत मांग और ‘मेक इन इंडिया’ क्षमताओं में वृद्धि ने उच्च विकास को गति दी।
रिपोर्ट में कहा गया है, “हम 2022 में ऐप्पल के लिए मजबूत गति के साथ-साथ विनिर्माण और खुदरा पदचिह्न् में वृद्धि की उम्मीद करते हैं।”
–आईएएनएस