शराब नीति मामले में ईडी के समन के खिलाफ कविता को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं

नई दिल्ली : सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की एमएलसी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को जारी समन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। कविता ने अपनी पूछताछ के खिलाफ शीर्ष अदालत का रुख किया था और दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तारी से सुरक्षा भी मांगी थी।

कविता का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष कहा कि यह इस सवाल पर है कि क्या उनसे यहां पूछताछ की जानी चाहिए या उनके आवास पर। सिब्बल ने कहा कि उनके मुवक्किल को जांच के लिए समन जारी किया गया है।

पीठ ने गिरफ्तारी से सुरक्षा पर उन्हें कोई अंतरिम राहत नहीं दी और ईडी के समन पर रोक भी नहीं लगाई। हालांकि, शीर्ष अदालत इस बिंदु की जांच करने पर सहमत हुई कि क्या किसी महिला को सीआरपीसी/पीएमएलए के तहत ईडी कार्यालय में बुलाया जा सकता है। शीर्ष अदालत ने इसे तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुचिरा बनर्जी और नलिनी चिदंबरम द्वारा दायर इसी तरह की याचिका के साथ टैग किया।

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इसका विरोध करते हुए कहा कि अभिषेक बनर्जी का मामला अलग है। ईडी का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू ने कहा कि समन जारी किया गया है और यह याचिका निर्थक है। हालांकि, शीर्ष अदालत ने मामले को तीन सप्ताह के बाद सूचीबद्ध किया।

कविता की याचिका में कहा गया है कि दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में उनके नाम का उल्लेख नहीं किया गया है। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी नई शराब नीति तैयार करने में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में वापस ले लिया गया था।

कविता के वकील ने पहले अदालत को बताया था कि वह इस महीने की शुरुआत में ईडी के सामने पेश हुई थीं, लेकिन बार-बार समन कानून के विपरीत है, क्योंकि याचिकाकर्ता एक महिला हैं। याचिका में कहा गया है, याचिकाकर्ता का नाम प्राथमिकी में नहीं होने के बावजूद, केंद्र में सत्तारूढ़ राजनीतिक दल के कुछ सदस्यों ने याचिकाकर्ता को दिल्ली आबकारी नीति से जोड़ते हुए निंदनीय बयान दिए।

कविता ने ईडी पर बेहद शर्मनाक तरीके से काम करने और केंद्र में सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों के इशारे पर रची गई बड़ी साजिश के अनुसार काम करने का आरोप लगाया।

याचिकाकर्ता ने दावा किया कि ईडी उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार करने की धमकी देकर अन्य गवाहों से झूठे बयान ले रही है।

याचिका में कहा गया है, उसके खिलाफ जांच केवल सत्ताधारी राजनीतिक दल के इशारे पर किया जा रहा है।

इसने तर्क दिया कि ईडी ने स्थापित कानून के तहत, उसे नई दिल्ली में अपने कार्यालयों में पेश होने के लिए बुलाया और बिना किसी लिखित आदेश के उसका सेलुलर फोन जब्त कर लिया।

याचिका में दावा किया गया है कि याचिकाकर्ता को आशंका है कि उसे ईडी द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाएगा और जोर देकर कहा कि उसके खिलाफ कोई मामला नहीं है।

याचिका में कहा गया है कि जिस एकमात्र आधार पर उसे फंसाया गया है, वह कुछ व्यक्तियों के कुछ बयानों के आधार पर है, जिन्होंने खुद के साथ-साथ कथित रूप से उनके खिलाफ भी भड़काऊ बयान दिए हैं। कविता से पहले इस मामले में सीबीआई ने पूछताछ की थी।

यह आरोप लगाया गया है कि कविता ने घोटाले में शामिल एक शराब फर्म इंडोस्पिराइटिस में बेनामी निवेश किया था। ईडी ने आरोप लगाया कि अरुण रामचंद्रन पिल्लई ने इंडोस्पिरिट्स में कविता का प्रतिनिधित्व किया।

जांच एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया है कि दक्षिण लॉबी, जिसमें कविता भी शामिल थी, ने कंपनियों को बोली जीतने और कार्टेल बनाने और दिल्ली में खुदरा दुकानों को नियंत्रित करने के लिए एक आबकारी नीति तैयार करने के लिए आप सरकार को रिश्वत दी थी।

–आईएएनएस

सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सीएम आवास के बाहर की सड़क को खोलने वाले हाई कोर्ट के आदेश पर लगाई रोक

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के उस आदेश पर रोक लगा दी है, जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के चंडीगढ़ स्थित...

हेमंत सोरेन को झारखंड हाईकोर्ट से झटका, ईडी की कार्रवाई के खिलाफ दायर याचिका खारिज

रांची । झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। एक्टिंग चीफ जस्टिस एस चंद्रशेखर और जस्टिस नवनीत कुमार की बेंच ने ईडी की...

हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद पीएमएलए कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

रांची । जमीन घोटाले में जेल में बंद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर बुधवार को पीएमएलए के स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। बहस सुनने के...

तेलंगाना सीएम ने दिल्ली पुलिस के नोटिस का जवाब देने के लिए मांगा वक्त

नई दिल्ली । तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने गृह मंत्री अमित शाह के छेड़छाड़ वाले वीडियो मामले में नोटिस का जवाब देने के लिए दिल्ली पुलिस से समय मांगा...

अमित शाह फर्जी वीडियो मामले में असम से एक गिरफ्तार

गुवाहाटी । मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि असम पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जुड़े एक वीडियो में छेड़छाड़ के लिए एक व्यक्ति को...

दिल्ली हाईकोर्ट ने ईडी के खिलाफ जनहित याचिका की खारिज

नई दिल्ली । दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को उस जनहित याचिका (पीआईएल) पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 66 की...

25,753 स्कूली नौकरियां खत्म करने के कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) द्वारा 2016 में शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों पर की गई 25,753 नियुक्तियों को रद्द करने के...

पूर्व सांसद धनंजय सिंह की जमानत मंजूर, लेकिन सजा पर रोक से कोर्ट का इनकार

प्रयागराज । पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह की इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मंजूर हो गई है। लेकिन उनकी सजा पर रोक से कोर्ट ने इनकार कर दिया है। इस...

लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने लॉन्च किया कैंपेन सॉन्ग

नई दिल्‍ली । आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपना कैंपेन सॉन्ग लॉन्च कर दिया। आप ने लोकसभा कैंपेन सॉन्ग को अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी...

ईडी की कार्रवाई और अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हेमंत सोरेन

रांची । झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी और ईडी की कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की है। हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के...

बंगाल शिक्षक भर्ती मामला : हाईकोर्ट ने प्रश्नपत्र त्रुटियों की समीक्षा के लिए विशेष समिति बनाने का निर्देश दिया

कोलकाता । पश्चिम बंगाल में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा प्रश्न पत्रों में कथित त्रुटियों की समीक्षा के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट ने विशेष समिति गठित करने का...

‘चुनावी बॉन्ड घोटाले’ की एसआईटी जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है जिसमें तथाकथित "चुनावी बॉन्ड घोटाले" की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा शीर्ष अदालत के एक सेवानिवृत्त...

admin

Read Previous

अदाणी मामले की जांच से डरी सरकार, राहुल के सवालों का जवाब नहीं: खड़गे

Read Next

कर्नाटक धार्मिक मेले में कुरान के पाठ का हिंदू कार्यकर्ताओं ने किया विरोध

Leave a Reply

Your email address will not be published.

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com