कल्पेश्वर महादेव मंदिर, जहां होती है भगवान शिव की जटा की पूजा

चमोली, 29 मई (आईएएनएस)| कल्पेश्वर महादेव मंदिर गढ़वाल के चमोली जिला, उत्तराखंड में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। कल्पेश्वर महादेव मंदिर पंच केदारों में से एक है व पंच केदारों में इसका पांचवां स्थान है। यह समुद्र तल से 2134 मीटर की ऊंचाई पर है। यह एक छोटा सा मंदिर है और कल्पगंगा घाटी में स्थित है। माना जाता है कि यहां भगवान शिव की जटा प्रकट हुई थी। इसलिए इस मंदिर में भगवान शिव की जटा की पूजा की जाती है। भगवान शिव को जटाधर या जटेश्वर भी कहा जाता है। कल्पेश्वर कल्पगंगा घाटी में स्थित है, कल्पगंगा को प्राचीन काल में नाम हिरण्यवती नाम से पुकारा जाता था। इसके दाहिने स्थान पर स्थित भूमि को दुर्बासा भूमि कहा जाता है इस जगह पर ध्यान बद्री का मंदिर है। कल्पेश्वर में एक प्राचीन गुफा है। जिसके भीतर स्वयंभू शिवलिंग विराजमान है। जो कि भगवान शिव पर समर्पित है और यहां भगवान शंकर की जटा की आराधना की जाती है। यह मंदिर अनादिनाथ कल्पेश्वर महादेव के नाम से भी प्रसिद्ध है। इस मंदिर के समीप एक कलेवर कुंड है, इस कुंड का पानी सदैव स्वच्छ रहता है और यात्री लोग यहां का जल ग्रहण करते है। इस पवित्र जल को पी कर अनेक बीमारियों से श्रद्धालु मुक्ति पाते है। यहां साधु लोग भगवान शिव को जल देने के लिए इस पवित्र जल का उपयोग करते है। कल्पेश्वर का रास्ता एक गुफा से होकर जाता है। मंदिर तक पहुंचने के लिए गुफा के अंदर लगभग एक किलोमीटर तक का रास्ता तय करना पड़ता है जहां पहुंचकर तीर्थयात्री भगवान शिव की जटाओं की पूजा करते है। भगवान शिव के इस मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु आकर नतमस्तक होते हैं।

माना जाता है कि यह मंदिर पांडवों द्वारा बनाया गया था। यह वह स्थान है, जहां महाभारत के युद्ध के पश्चात विजयी पांडवों ने युद्ध में अपने संबंधियों की हत्या करने की आत्मग्लानि से पीड़ित होकर इस पाप से मुक्ति पाने के लिए पांडव भगवान शिव के दर्शन करने यात्रा पर निकल पड़े। पांडव पहले काशी पहुंचे। शिव के आशीर्वाद की कामना की, परंतु भगवान शिव उन्हें अपने दर्शन देने इच्छुक नही थे। पांडवों को कुलहत्या का दोषी मानकर शिव पांडवों को दर्शन नही देना चाहते थे। पांडव केदार की ओर मुड़ गए। पांडवों को आते देख भगवान शंकर गुप्तकाशी में अंतध्र्यान हो गए। उसके बाद कुछ दूर जाकर महादेव ने दर्शन न देने की इच्छा से बैल का रूप धारण किया व अन्य पशुओं के साथ जाकर मिल गए। कुंती पुत्र भीम ने विशाल रूप धारण कर दो पहाड़ों पर पैर फैला दिए, जिसके नीचे से अन्य पशु तो निकल गए, पर शिव रूपी बैल पैर के नीचे से जाने को तैयार नही हुए। भीम बैल पर झपट पड़े, लेकिन शिव रूपी बैल दलदली भूमि में अंतध्र्यान होने लगा। तब भीम ने बैल की पीठ को पकड़ लिया। भगवान शिव की बैल की पीठ की आकृति पिंड रूप में केदारनाथ में पूजी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि जब भगवान शिव बैल के रूप में अंतध्र्यान हुए तो उनके धड़ का ऊपरी भाग काठमांडू में प्रकट हुआ, जहां पर पशुपतिनाथ का मंदिर है। शिव की भुजाएं तुंगनाथ में, नाभि मदमहेश्वर में, मुख रुद्रनाथ में तथा जटा कल्पेश्वर में प्रकट हुई। यह पांच स्थल पंचकेदार के नाम से जाने जाते है।

कल्पेश्वर महादेव मंदिर में दो मार्गों से पहुंचा जा सकता है पहले अनुसूया देवी से आगे रुद्रनाथ होकर जाता है तथा दूसरा मार्ग हेलंग से संकरे सामान्य ढलान वाले मार्ग से पैदल या सुविधाओं द्वारा तय करके उर्गम वन क्षेत्र के निकट से पहुँचा जा सकता है इस रास्ते पर एक खुबसूरत जल प्रपात भी आता है जो प्रकृति का मनोहर नजारा है।

यहां का सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन रामनगर है, जो 233 किलोमीटर की दूरी पर है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन 247 किलोमीटर की दूरी पर है। नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट है, जो लगभग 266 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कल्पेश्वर तक पहुँचने के लिए ऋषिकेश, देहरादून और हरिद्वार से बस सेवा भी उपलब्ध है।

–आईएएनएस

हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद पीएमएलए कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

रांची । जमीन घोटाले में जेल में बंद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर बुधवार को पीएमएलए के स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। बहस सुनने के...

‘चलिए कांग्रेस ने किसी को तो उतारा’, गुरुग्राम सीट पर राज बब्बर को उतारे जाने पर बोले राव इंद्रजीत सिंह

गुरुग्राम । गुरुग्राम लोकसभा सीट से कांग्रेस ने अभिनेता राज बब्बर को चुनावी मैदान में उतारा है। यहां से बीजेपी प्रत्याशी राव इंद्रजीत सिंह ने इस पर तंज कसा है।...

आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को खत्म किया, आज हमारी पार्टी उसकी गोद में जाकर बैठ गई : नसीब सिंह

नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के पूर्व विधायक नसीब सिंह ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ...

अतुल वर्मा हिमाचल प्रदेश के नए डीजीपी बने

शिमला । अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के महानिदेशक के पद पर तैनात 1991 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी अतुल वर्मा को बुधवार को हिमाचल प्रदेश का नया पुलिस...

बाराबंकी भाजपा प्रत्याशी राजरानी रावत ने नामांकन के दिन किया शक्ति प्रदर्शन

बाराबंकी । धूम-धाम के साथ बीजेपी प्रत्याशी राजरानी रावत सोमवार को नामांकन दाखिल करने पहुंचीं। इस मौके पर भाजपा प्रत्याशी के साथ जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री...

कोटा में नीट की तैयारी कर रहे एक और छात्र ने लगाई फांसी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

कोटा । पिछले एक साल से कोटा में रहकर नीट एग्जाम की तैयारी कर रहे एक और छात्र ने आत्महत्या कर ली है। पांच मई को उसका एग्जाम था। परिजनों...

कर्नाटक में चुनाव प्रचार के बीच फल विक्रेता मोहिनी से पीएम मोदी ने की मुलाकात, फोटो वायरल

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के कर्नाटक दौरे पर हैं। जहां वह लोकसभा चुनाव प्रचार के मद्देनजर लगातार रैलियां कर रहे हैं। इसी बीच पीएम मोदी की...

सुप्रीम कोर्ट ने संदेशखाली मामले में सीबीआई जांच के खिलाफ याचिका पर पश्चिम बंगाल सरकार से पूछे सवाल

नई दिल्ली | सुप्रीम कोर्ट ने संदेशखाली में जमीन हड़पने और जबरन वसूली के मामलों की अदालत की निगरानी में चल रही सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) जांच के खिलाफ पश्चिम...

भाजपा का परिवार आरक्षण को खत्म करना चाहता है : अखिलेश यादव

एटा । उत्तर प्रदेश के एटा में समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरक्षण मामले पर...

पूर्व सांसद धनंजय सिंह की जमानत मंजूर, लेकिन सजा पर रोक से कोर्ट का इनकार

प्रयागराज । पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह की इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मंजूर हो गई है। लेकिन उनकी सजा पर रोक से कोर्ट ने इनकार कर दिया है। इस...

संदेशखाली मुद्दे पर भाजपा का ममता पर हमला, आतंकियों को पनाह देने का आरोप

नई दिल्ली । भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने ममता बनर्जी सरकार पर आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है। उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि संदेशखाली...

मलेरिया के ट्रांसमिशन पैटर्न को बदलने में जलवायु परिवर्तन जिम्‍मेदार : विशेषज्ञ

नई दिल्ली । गुरुवार को विश्व मलेरिया दिवस पर विशेषज्ञों ने कहा कि मलेरिया के ट्रांसमिशन पैटर्न को बदलने में जलवायु महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मच्छर जनित बीमारी के बारे...

editors

Read Previous

विदेशी विश्वविद्यालयों में भारतीयों की राह होगी आसान, नया फ्रेमवर्क बनेगा समाधान

Read Next

पैराकेनो विश्व कप में भारत की प्राची यादव ने जीता कांस्य पदक

Leave a Reply

Your email address will not be published.

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com