मुंबई, 29 मई (आईएएनएस)| पैरालिंपियन प्राची यादव ने पोलैंड के पॉज्नान में आयोजित पैराकेनो विश्व कप में वीएल2 महिला 200 मीटर में कांस्य पदक जीतकर विश्व कप पदक जीतने वाली देश की पहली कैनोइस्ट बनकर भारत के लिए इतिहास रच दिया। मध्य प्रदेश के ग्वालियर की पैरा-कैनोइस्ट प्राची, जो पिछले साल तोक्यो में पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने और फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय हैं, वीएल 2 महिला 200 मीटर में 1: 04.71 में तीसरे स्थान पर रहीं और तोक्यो 2020 रजत पदक विजेता से पीछे रहीं। ऑस्ट्रेलिया की सुसान सीपेल और कनाडा की ब्रायना हेनेसी ने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीता।
सीपेल ने शनिवार को आयोजित फाइनल में वीएल2 महिलाओं की 200 मीटर 1:01.54 में जीती जबकि हेनेसी 1:01.58 में समाप्त हुई। पॉज्नान में 26 मई से शुरू हुआ और रविवार को समाप्त होने वाला पैराकेनो विश्व कप भारत के लिए शानदार रहा।
यह भारत में खेल के इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंचकर केएल 3 मेन 200 मीटर में मनीष कौरव और वीएल 2 मेन 200 मीटर में मनजीत सिंह द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के तहत चिह्न्ति किया गया था।
वीएल3 मेन्स 200 मीटर कैटेगरी में भी जयदीप ने जबर्दस्त प्रयास किया और सेमीफाइनल में पहुंचे। तोक्यो 2020 स्वर्ण पदक विजेता और लंदन 2012 व्हीलचेयर बास्केटबॉल स्वर्ण पदक विजेता जर्मनी की एडिना मुलर ने पॉज्नान में अंतरराष्ट्रीय कैनो फेडरेशन (आईसीएफ) पैराकेनो विश्व कप में केएल-1 महिलाओं के 200 मीटर स्वर्ण का दावा किया।
2014 में कैनोइंग करने वाले मुलर ने 53.87 सेकेंड में लाइन पार की।
दो बार की विश्व चैम्पियन यूक्रेन की मरियाना मझुला 54.08 सेकेंड के साथ दूसरे स्थान पर रही जबकि कनाडा की ब्रायना हेनेसी ने 54.88 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता।
यह जर्मनी था जिसने महिलाओं के केएल2 200 मीटर में अंजा एडलर की बदौलत जीत हासिल की, जिन्होंने 52.17 में समाप्त किया। ऑस्ट्रेलिया की तोक्यो 2020 रजत पदक विजेता सुसान सीपेल 53.27 के साथ दूसरे स्थान पर रहीं, जबकि नतालिया लाहुटेंको 54.95 के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
–आईएएनएस