नई दिल्ली । संविधान दिवस पर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की तरफ से नई दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले समेत कई लोग शामिल हुए। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कांग्रेस और ममता बनर्जी पर तंज कसा।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि संविधान दिवस का बड़ा महत्व है। हमारे देश में मजबूत संविधान है। इसके शिल्पकार डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जी थे। आज राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की उपस्थिति में सेंट्रल हॉल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से दिल्ली प्रदेश का आयोजन भी आज के दिन को ध्यान में रखते हुए किया गया।
उन्होंने कहा कि देश का संविधान इतना मजबूत है कि भारत को नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश नहीं बनाया जा सकता। अपने देश में सभी धर्म के लोग रहते हैं और इसके बावजूद सबमें एकता है। हम सभी पीएम मोदी की अध्यक्षता में देश में विकास के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमें आशंका है कि आगे देश में संवैधानिक व्यवस्था कायम रहेगी या नहीं। इस पर आठवले ने कहा कि वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। वे और कांग्रेस पार्टी समय-समय पर आशंका व्यक्त करते रहते हैं। वे समाज में तोड़ने की बातें करते हैं। कांग्रेस ही डिवाइड एंड रूल की नीति अपनाती है, यही वजह है कि देश में हमेशा विवाद रहा है। पार्टियां धोखे में आ सकती हैं, लेकिन लोकतंत्र कभी धोखे में नहीं आएगा।
ममता बनर्जी को लेकर उन्होंने कहा कि ममता दीदी का सम्मान है। उन्होंने संघर्ष किया है। वह एनडीए में भी रही हैं, लेकिन वह जो कह रही हैं कि देश को हिला दूंगी, वह ठीक नहीं है। उन्होंने पश्चिम बंगाल को हिला दिया है, लेकिन देश को कोई हिला नहीं सकता। देश को हिलाने की ताकत सिर्फ नरेंद्र मोदी में है। उन्हें इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। बंगाल में एनडीए की सरकार आने वाली है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में आपराधिक घटनाएं हो रही हैं, लोग आंदोलन कर रहे हैं। टीएमसी की विदाई होने वाली है और एनडीए की सरकार आएगी। पश्चिम बंगाल में एसआईआर को लेकर चल रही राजनीति पर उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग की प्रक्रिया है। गलत लोगों को वोट देने से रोकना चाहिए। बंगाल में बांग्लादेशी लोगों ने अगर अपना नाम मतदाता सूची में डाला है, तो उसकी जांच हो रही है। एसआईआर पर सवाल उठाना ठीक नहीं है।
आठवले ने कहा कि एक तरफ आप मतदाता सूची को ठीक करने की मांग करते हैं और जब चुनाव आयोग इस पर कदम उठाता है, तो उसका विरोध होता है और वोट चोरी का आरोप लगता है। जब लोकसभा में हमें नुकसान हुआ, तब हमने इस तरह के आरोप नहीं लगाए थे।
–आईएएनएस











