नई दिल्ली । टाटा के स्वामित्व वाली ब्रिटिश लग्जरी कार निर्माता कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने मंगलवार को कहा कि उसने इस महीने की शुरुआत में एक साइबर सिक्योरिटी ब्रीच की घटना के बाद उत्पादन रोकने के अपने फैसले को 24 सितंबर तक बढ़ा दिया है।
कंपनी ने कहा कि साइबर सिक्योरिटी ब्रीच की जांच जारी रहने के कारण उसका वैश्विक स्तर पर परिचालन बाधित है।
जेएलआर ने एक बयान में कहा कि उसने अपने कर्मचारियों, आपूर्तिकर्ताओं और साझेदारों को बुधवार (24 सितंबर) तक उत्पादन रोके रखने के फैसले के बारे में सूचित कर दिया है।
कंपनी ने कहा, “आज हमने अपने सहयोगियों, आपूर्तिकर्ताओं और साझेदारों को सूचित किया है कि हमने अपनी उत्पादन रोक को बुधवार, 24 सितंबर तक बढ़ा दिया है।”
कार निर्माता ने बताया कि वह अभी भी साइबर हमले की फोरेंसिक जांच कर रही है और अपने परिचालन को नियंत्रित तरीके से फिर से शुरू करने के विभिन्न चरणों की सावधानीपूर्वक योजना बना रही है।
कंपनी ने कहा, “इस घटना के कारण हो रहे निरंतर रुकावट के लिए हमें बहुत खेद है, और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, हम अपडेट देते रहेंगे।”
यह रुकावट जेएलआर के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय पर आया है। वाहन निर्माता पहले से ही अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी बढ़ती लागत के कारण घटते मुनाफे से जूझ रहा है।
इस साइबर हमले ने ऐसे समय में उत्पादन रोककर और दबाव बढ़ा दिया है जब कंपनी अपने व्यवसाय को मजबूत करने के लिए काम कर रही है।
जगुआर लैंड रोवर ने साइबर सिक्योरिटी और आईटी सहायता प्रदान करने के लिए 2023 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के साथ 80 करोड़ पाउंड का पांच साल का अनुबंध किया था।
यह सौदा जेएलआर की अपने परिचालन में डिजिटल परिवर्तन को गति देने की रणनीति का हिस्सा था। इन प्रयासों के बावजूद, मौजूदा ब्रीच ने एक बड़ा झटका दिया है।
उद्योग विश्लेषकों का कहना है कि लंबे समय तक निलंबन खासकर प्रमुख बाजारों में जेएलआर की आपूर्ति श्रृंखला और बिक्री लक्ष्यों को प्रभावित कर सकता है।
फिलहाल, कंपनी अपने सिस्टम को सुरक्षित रूप से बहाल करने और यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि उसका परिचालन जल्द से जल्द सामान्य हो जाए।
–आईएएनएस