मुंबई । शिवसेना (यूबीटी) संजय राउत ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर खुशी जाहिर की। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। अगर केंद्र सरकार ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुना है, तो निश्चित तौर पर इस कदम का स्वागत करते हैं।
उन्होंने कहा कि सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना गया है। अब आगामी दिनों में इसे लेकर चुनाव होगा, जिसके लिए इंडिया गठबंधन की ओर से बैठक में पूरी रूपरेखा तैयार की जाएगी। इससे पहले, जब हमारी राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक हुई थी, तो हमने उपराष्ट्रपति पद का जिक्र किया था। आज हमारी इस पर फिर से चर्चा होगी।
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इस देश में उपराष्ट्रपति के अलावा अन्य कई मुद्दे हैं, जिन पर विस्तारपूर्वक चर्चा होनी चाहिए। इस देश में ‘वोट चोरी’ का मुद्दा काफी अहम है, जिस पर चर्चा होनी चाहिए। इस गंभीर विषय पर चर्चा करने से कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
राउत ने कहा कि चुनाव आयोग का घोटाला और वोट चोरी इस देश में दो ऐसे अहम मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा आवश्यक है। अगर समय रहते इन मुद्दों पर चर्चा नहीं होगी, तो निश्चित तौर पर आगामी दिनों में हमारे लिए स्थिति और ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
सीईसी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि यह जरूरी होता है कि संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति निष्पक्ष हो। उसे किसी भी सूरत में केंद्र सरकार की पैरोकारी नहीं करनी चाहिए। उसे केंद्र सरकार का पक्ष नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह स्थिति देश के लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए किसी भी स्थिति में सकारात्मक नहीं रहेगी। यही चुनाव आयोग कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हलफनामा दाखिल करने के लिए कह रहा है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी वोटों का आरोप लगाया है। ऐसी स्थिति में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या चुनाव आयोग अब उनसे भी हलफनामा दाखिल करने के लिए कहेगा? लेकिन, अफसोस, इस सवाल का जवाब अभी किसी के पास नहीं है।
–आईएएनएस