न्यूयॉर्क । वॉशिंगटन डीसी में हुई फायरिंग में वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड की सदस्य सारा बेकस्ट्रोम की मौत के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तानी प्रवासियों की माइग्रेशन प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान और 18 दूसरे देशों के ग्रीन कार्ड होल्डर्स की कड़ी जांच का आदेश दिया है।
दरअसल फायरिंग की घटना व्हाइट हाउस से कुछ ही ब्लॉक दूर हुई थी, जब एक बंदूकधारी ने सड़कों पर गश्त कर रहे सैनिकों पर गोलियां चला दीं। आरोपी की पहचान रहमानुल्लाह लकनवाल के रूप में की गई है, जो अफगानिस्तान से अमेरिका में दाखिल हुआ था।
अमेरिकी कस्टम्स एंड इमिग्रेशन सर्विस के डायरेक्टर जोसेफ एडलो ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश के तहत देश में आए हर व्यक्ति के ग्रीन कार्ड की दोबारा गहनता से जांच की जाएगी।
हालांकि भारत इस देशों की लिस्ट में शामिल नहीं है। इसके साथ ही अफगानिस्तान छोड़कर दक्षिण एशिया के दूसरे देश भी इसका हिस्सा नहीं हैं।
बुधवार को व्हाइट हाउस के पास अफगानिस्तानी नागरिक रहमानुल्लाह लकनवाल ने गोलीबारी की, जिसमें दो नेशनल गार्ड सैनिक घायल हो गए। दोनों सैनिकों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान महिला सैनिक सारा बेकस्ट्रॉम की गुरुवार को मौत हो गई।
इसी साल जून में अमेरिका ने 12 देशों पर ट्रैवल बैन लगाया था। इसमें अफगानिस्तान, चाड, रिपब्लिक ऑफ कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, इरीट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, म्यांमार, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं।
इसके अलावा अमेरिका ने सात देशों बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला पर आंशिक प्रतिबंध लगा रखा है। इसके तहत यहां के नागरिक अमेरिका में स्थायी रूप से प्रवेश नहीं कर सकते या कुछ विशेष वीजा प्राप्त नहीं कर सकते।
ग्रीन कार्ड अमेरिका का वैध स्थायी निवासी कार्ड है, जो उन लोगों को दिया जाता है जो अमेरिका के नागरिक नहीं हैं। ऐसे लोग असीमित समय तक वहां रह सकते हैं या फिर काम कर सकते हैं। ग्रीन कार्ड धारकों को हर वो सुविधा और अधिकार मिलता है जो एक अमेरिकी नागरिक के पास होता है, हालांकि इस कार्ड को हासिल करने के लिए सरकारी शुल्क भी जमा करने होते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में इसके नियमों में भी बड़े बदलाव किए हैं।
–आईएएनएस











