नई दिल्ली । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर दिए बयान पर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेताओं के बयान पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को ‘मामूली घटना’ कहना न केवल निंदनीय है, बल्कि हमारे सशस्त्र बलों का भी अपमान है।
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को एक बयान में कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा भारतीय सेना के अप्रतिम शौर्य और पराक्रम के प्रतीक ऑपरेशन सिंदूर को ‘मामूली घटना’ कहना न केवल निंदनीय है, बल्कि हमारे सशस्त्र बलों के साहस और 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का अपमान भी है। इससे पहले, राहुल गांधी ने भी भारतीय विमानों और अन्य संबंधित मामलों पर अनुचित टिप्पणियां की थीं, जैसा कि वे पहले भी बार-बार करते रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “राहुल गांधी और अब मल्लिकार्जुन खड़गे के बयानों के बाद स्पष्ट हो गया है कि हाल के दिनों में ‘इंडी गठबंधन’ के नेताओं के बयान आकस्मिक नहीं, बल्कि एक सुविचारित, भारत-विरोधी और पाकिस्तान को ऑक्सीजन देने वाली विचारधारा से प्रेरित हैं। खड़गे का बयान यह भी दर्शाता है कि ‘इंडिया गठबंधन’ नाम रख लेने से कोई दिल से इंडियन नहीं हो जाता। आज तथाकथित ‘इंडिया गठबंधन’ के नेताओं के बयान जिस तरीके से पाकिस्तान की मीडिया में, पाकिस्तान की संसद में, पाकिस्तान की डिफेंस फोर्सेज की ब्रीफिंग में, पाकिस्तान द्वारा भारत के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिए जा रहे हैं, मुझे लगता है कि ‘इंडिया गठबंधन’ का नाम इंडिया रखना मुखौटा है, अंदर से ऐसा दिखाई पड़ता है कि यह ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ पाकिस्तान’ होता चला जा रहा है।”
सुधांशु त्रिवेदी ने शहबाज शरीफ के बयान का जिक्र करते हुए कहा, “मैं खड़गे को एक बात याद दिलाना चाहता हूं कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का ऑन रिकॉर्ड एक बयान है। शाहबाज शरीफ ने कहा कि हमें रात को 2:30 बजे 9 और 10 मई की दरमियानी रात को जगाया और कहा कि हिंदुस्तान ने हमारे नूर खान एयरबेस के ऊपर मिसाइल गिरा दी है। अगर इसके बाद भी कांग्रेस, खड़गे और राहुल गांधी को छिटपुट घटना नजर आती है तो यह दर्शाता है कि उनकी सोच कितनी छोटी है। यह वही पार्टी है, जिसके नेता सिद्धू पाकिस्तान जाकर वहां के सेनाध्यक्ष को गले मिल चुके हैं। यही नहीं, उनके नेता मणिशंकर अय्यर पाकिस्तान जाकर पीएम मोदी को हटाने की गुजारिश कर चुके हैं और उनकी सर्वोच्च नेता सोनिया गांधी आतंकवादियों के लिए आंसू तक बहा चुकी हैं। इससे एक बात बिल्कुल साफ हो जाती है कि कांग्रेस की सोच राष्ट्रवाद के लिए जितनी छोटी है, आतंकवाद के लिए उनकी खाल उतनी ही मोटी है।”
उन्होंने कहा, “आज ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस और ‘इंडी गठबंधन’ के नेताओं में पाकिस्तान के चैनलों में अपनी पॉपुलैरिटी पाने की एक होड़ लग गई है। हो सकता है कि खड़गे का बयान कर्नाटक की स्थानीय राजनीति से भी प्रेरित हो, क्योंकि जब सिद्धारमैया के बयान को पाकिस्तानी में पॉपुलैरिटी मिल गई तो उन्हें क्यों नहीं मिली? कांग्रेस नेताओं के बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि वे लोग पाकिस्तान में पॉपुलैरिटी हासिल करना चाहते हैं। भले ही इसमें भारत की गरिमा और सेना के शौर्य का अपमान क्यों न हो? इसलिए हम इस बयान को निंदनीय तो मानते हैं, पर कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन की एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा मानते हैं।”
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर कहा, “प्राप्त समाचारों के अनुसार मुर्शिदाबाद हिंसा पर एसआईटी की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि हिंदुओं को लक्षित करके और सुनियोजित ढंग से हिंसा की गई। इसमें तृणमूल कांग्रेस के नेता शामिल थे। पुलिस का रवैया हिंसा को रोकने की जगह तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के कार्यों को अनदेखी करता दिखाई पड़ा है। इससे एक बात साफ हो गई कि हिंदू समाज को टारगेट करके, उनके विरुद्ध हिंसा करने की श्रृंखला मुर्शिदाबाद से लेकर पहलगाम तक साफ दिखाई पड़ रही है।”
–आईएएनएस