नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)| भारत ने अब तक क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़े देश का आम नागरिक’ या आरसीएस-उड़ान के तहत 361 हवाई मार्गों का संचालन किया है। यह योजना 2016 में शुरू की गई थी। इसके तहत, एयरलाइनों को किराए को वहनीय और सुलभ रखने के लिए ‘वायबिलिटी गैप फंडिंग’ दी जाती है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि, “उड़ान योजना के तहत अब तक 361 मार्गों और 59 हवाई अड्डों (5 हेलीपोर्ट और 2 वाटर एयरोड्रोम सहित) का संचालन किया जा चुका है।”
“इस योजना की परिकल्पना देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मजबूत हवाई संपर्क स्थापित करने के लिए की गई है, जो भारत के विमानन बाजार में एक नए क्षेत्रीय खंड की नींव रखते हुए अब तक जुड़े नहीं थे।”
मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार को आरसीएस-उड़ान के तहत इम्फाल (मणिपुर) और शिलांग (मेघालय) के बीच पहली सीधी उड़ान संचालन को हरी झंडी दिखाई गई।
“इस मार्ग का संचालन पूर्वोत्तर भारत के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में मजबूत हवाई संपर्क स्थापित करने के लिए भारत सरकार के उद्देश्यों को पूरा करता है।”
“उड़ान योजना के तहत शिलांग इम्फाल से जुड़ने वाला दूसरा शहर है। एयरलाइन मेसर्स इंडिगो को उड़ान 4 बिडिंग प्रक्रिया के दौरान इंफाल-शिलांग मार्ग से सम्मानित किया गया था।”
इसके अलावा, बयान में कहा गया है कि एयरलाइन एक सप्ताह में चार उड़ानें संचालित करेगी और अपने 78 सीटों वाले एटीआर 72 विमानों को तैनात करेगी।
वर्तमान में, इंडिगो द्वारा 66 उड़ान मार्ग परिचालित हैं।
–आईएएनएस