22 जून, २०२१
दिल्ली: विभिन्न विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों के यहां शरद पवार के आवास पर मंगलवार को ढाई घंटे से अधिक समय तक मिलने के बाद उनकी राकांपा ने कहा कि बैठक पार्टी सुप्रीमो ने नहीं बल्कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के राष्ट्र मंच बुलाई थी।
राकांपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य मजीद मेमन ने कहा कि “मीडिया में अटकलें हैं कि शरद पवार ने बैठक बुलाई है, जो सही नहीं है।”
उन्होंने कहा कि यह बैठक राष्ट्र मंच द्वारा बुलाई गई थी और यह केवल पवार के आवास पर आयोजित की गई थी।
मेमन ने इस बात को कि यह कांग्रेस को छोड़कर एक विपक्षी बैठक थी, या एक ‘तीसरे मोर्चे’ की बैठककी एक ”ग़लत धारणा” कह कर ख़ारिज कर दिया|
उन्होंने इस दावे को खारिज कर दिया कि पवार “एक बड़ा राजनीतिक कदम उठा रहे हैं” और इसीलिए कांग्रेस ने इसका बहिष्कार किया है, यह कहते हुए कि कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, विवेक तन्खा, मनीष तिवारी और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे कांग्रेस नेताओं को आमंत्रित किया गया था, लेकिन लेकिन उनहोंने इसमें आने में अपनी कठिनाई व्यक्त की। .
तृणमूल कांग्रेस के सिन्हा, समाजवादी पार्टी के घनश्याम तिवारी, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता, माकपा के नीलोत्पल बसु, भाकपा के बिनॉय विश्वम, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पूर्व कांग्रेस नेता संजय झा समेत कई दलों के नेता जदयू नेता पवन वर्मा मौजूद रहे।
अन्य प्रमुख हस्तियां जैसे जस्टिस एपी शाह, जावेद अख्तर और पूर्व राजनयिक के.सी. सिंह भी शामिल हुए।आईएएनएस)