पतलीकूहल । हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के पतलीकूहल में गुरुवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचीं सांसद कंगना रनौत को विरोध का सामना करना पड़ा। जैसे ही कंगना रनौत नग्गर पुल के पास क्षतिग्रस्त सड़क का जायजा लेने पहुंचीं, वहां मौजूद यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए और जोरदार नारेबाजी करते हुए ‘कंगना गो बैक’ के नारे लगाए।
विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। स्थिति बिगड़ने से पहले पुलिस ने मोर्चा संभाला और मौके पर मौजूद तीन प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
मनाली यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मनीष ठाकुर ने कहा कि आपदा के समय जब कुल्लू-मनाली में भारी तबाही हुई थी, उस दौरान सांसद कंगना रनौत अपने क्षेत्र से नदारद रहीं। जब लोग संकट से जूझ रहे थे, तब सांसद को क्षेत्र का हाल जानने की जरूरत महसूस नहीं हुई, लेकिन अब जब हालात कुछ हद तक सामान्य हुए हैं, तब वह राजनीति चमकाने के लिए दौरे पर आई हैं।
वहीं, तमिलनाडु कांग्रेस अध्यक्ष के. एस. अलागिरी के विवादित बयान पर भी कंगना रनौत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। अलागिरी ने कहा था कि यदि कंगना तमिलनाडु आती हैं तो उन्हें थप्पड़ मारा जाए। इस पर पलटवार करते हुए कंगना रनौत ने कहा कि भारत में मुझे कहीं भी जाने से कोई नहीं रोक सकता। तमिलनाडु में अगर कुछ लोग उनसे नफरत करते हैं तो वहीं बहुत से लोग उन्हें प्यार भी करते हैं।
कंगना ने याद दिलाया कि जब उन्होंने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता पर बनी फिल्म थलैवी में अभिनय किया था, तब वहां के कई सांसद और लोग उन्हें ‘थलैवी’ कहकर सम्मान देते थे। उन्होंने कहा कि किसी एक व्यक्ति के कहने से उनकी छवि या लोकप्रियता पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने पर उन्होंने सख्त ऐतराज जताया। कंगना ने कहा कि अगर इस तरह की सोच को बढ़ावा दिया गया तो फिर हर लड़का यह सोचेगा कि वह कॉलेज की किसी लड़की या अपने मोहल्ले की बेटी–बहन के साथ भी ऐसा व्यवहार कर सकता है। यह मानसिकता गलत है और इसे रोकना जरूरी है।
–आईएएनएस