नई दिल्ली: केंद्रीय राज्य मंत्री विज्ञान व प्रौद्योगिकी, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत व पेंशन, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने य़ह बात जोर देकर कही कि दायरे में रहकर काम करने का युग समाप्त हो चुका है। हमें अपना दायरा बढ़ाना होगा । इसके साथ ही हमें अपनी कार्यशैली पर भी ध्यान देना होगा।हमें एक विशेष मंत्रालय आधारित या विभाग आधारित परियोजनाओं के बजाय एकीकृत विषय पर आधारित परियोजनाओं पर मिलकर काम करने की आवश्यकता है। अब किसी विभाग या मंत्रालय विशेष की परियोजनाओं के स्थान पर थीम आधारित परियोजनाएं शुरू करने का समय आ चुका है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हमारी सरकार का लगातार यह प्रयास रह रहा है कि कृषि, रेलवे, सड़क व जल शक्ति आदि का हम विज्ञान की सहायता से किस प्रकार लोगों की भलाई में उपयोग कर सकते है। आज हर क्षेत्र वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी पर काफी हद तक निर्भर हो गया है। इस कार्य को डेवलप करने लिए सभी विभागों के प्रतिनिधि व्यापक मंथन में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार कृषि, रेलवे, सड़क व जल शक्ति आदि से लेकर किस क्षेत्र में कौन से वैज्ञानिक अनुप्रयोगों का इस्तेमाल किया जा सकता है, इस पर काम करने के लिए लगातार प्रयासरत है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आगे कहा कि आज हमारे अंतरिक्ष क्षेत्र के सुधारों, अंतरिक्ष-आधारित सेवाओं, लॉन्च सेवाओं में योगदान, लॉन्च वाहनों व उपग्रहों का निर्माण, ग्राउंड सेगमेंट की स्थापना का सम्पूर्ण संसार गुणगान कर रहा है।
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भारत वर्तमान में एक अग्रणी राष्ट्र है और इसका तथ्य यह है कि नासा भी इसरो द्वारा प्राप्त आंकड़ों की खरीद करता है, इससे हमारी वैज्ञानिक प्रगति के बारे में बहुत कुछ पता चलता है।
————इंण्डिया न्यूज़ स्ट्रीम