शिमला: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह का गुरुवार तड़के यहां इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (आईजीएमसीएच) में कोविड-19 के बाद की जटिलताओं से तीन महीने की लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। आईजीएमसीएच के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक जनक राज ने कहा कि वीरभद्र सिंह का तड़के 3.40 बजे निधन हो गया, वह सोलन जिले के अर्की से मौजूदा विधायक थे।
वह दो बार कोविड-19 से उबर चुके थे।
उन्हें 5 जुलाई को दिल का दौरा पड़ा था और वह आईजीएमसीएच की क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती थे।
बाद में सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक स्थान रामपुर में होने की संभावना है।
सिंह को लोकप्रिय रूप से ‘राजा साब’ के रूप में जाना जाता था। वह बुशहर की तत्कालीन रियासत में पैदा हुए थे। वीरभद्र सिंह 50 से अधिक वर्षों से सक्रिय राजनीति में थे।
अपने हर चुनाव में – चाहे वह विधानसभा हो या संसदीय – वीरभद्र सिंह ने अकेले ही प्रचार किया और हर दिन 15 से 20 बैठकें कीं।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि उनके निधन से कांग्रेस नेतृत्व के लिए एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है।
वह नौ बार विधायक और पांच बार सांसद रहे।
–आईएएनएस